दिल्ली और मेरठ के बीच दौड़ेगी रैपिड रेल, मोदी सरकार ने 1000 करोड़ का बजट जारी किया
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दिल्ली और मेरठ के बीच दौड़ेगी रैपिड रेल, मोदी सरकार ने 1000 करोड़ का बजट जारी किया

रैपिड रेल के शुरू हो जाने के बाद दिल्ली से मेरठ 60 मिनट में पहुंचा जा सकेगा.

इस दिल्ली मेरठ कॉरिडोर को इस तरह से बनाया जा रहा है कि ये ज्यादातर मेट्रो स्टेशन से कनेक्ट रहे. (फाइल)

नई दिल्ली: बजट 2019 में दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर के लिए 1000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है. जब इस रूट पर रैपिड रेल दौड़ेगी तो दिल्ली से मेरठ पहुंचने में मात्र 60 मिनट का वक्त लगेगा. इस प्रोजेक्ट के लिए जियो टेक्निकल इंवेस्टिगेशन, सड़क को चौड़ा करने का काम, जरूरी जगहों पर डायवर्जन, स्वाइल टेस्टिंग समेत अन्य जरूरी काम तेजी से किए जा रहे हैं. दिल्ली से मेरठ की दूरी 82 किलोमीटर है. यह कॉरिडोर देश का पहला रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) है. इसके शुरू हो जाने से दिल्ली में ट्रैफिक बहुत हद तक कम हो जाएगा. इसके अलावा पॉल्यूशन कम करने में भी इस प्रोजेक्ट का अहम रोल होगा.

इस प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली सरकार ने सराय काले खां में एलिवेटेड स्टेशन बनाने की मंजूरी दे दी है. रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के तहत तीन रेल कॉरिडोर बनाने की तैयारी है. पहले फेज में 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर, 103 किलोमीटर लंबे दिल्ली-सोनीपत-पानीपत कॉरिडोर और 164 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गुरुग्राम-रेवाड़ी-अलवर कॉरिडोर को मंजूरी मिली है.

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माना जा रहा है कि ये प्रोजेक्ट 2024 तक पूरा हो सकता है. ये सुविधा दिल्ली में सराय काले खां से शुरू होगी और मेरठ में मोदीपुरम पर खत्म होगी. ये ट्रेन न्यू अशोकनगर, आनंद बिहार, गाजियाबाद और मोदी नगर से गुजरेगी. इस यात्रा में कुल 24 स्टेशन होंगे. इसमें तीन दिल्ली में पड़ेंगे. इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. हालांकि ट्रेन शुरुआत में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. इसमें छह कोच होंगे. इसमें एक बिजनेस क्लास और एक कोच पूरी तरह से महिलाओं के लिए आरक्षित होगा. इसके बिजनेस क्लास में हवाई यात्रा की तरह सुविधाएं मिलेंगी. वहीं जनरल क्लास को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा, जिससे उसमें खड़े होने के लिए ज्यादा जगह मिल सके.

इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी नेशनल केपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) पर है. NCRTC से जुड़े सूत्रों के अनुसार, बिजनेस क्लास में फ्री वाई फाई की सुविधा देने की भी तैयारी है. इसके अलावा बिजनेस क्लास के पैसेंजर को स्टेशन पर बिजनेस लाउंज की भी सुविधा दी जाएगी.

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इस दिल्ली मेरठ कॉरिडोर को इस तरह से बनाया जा रहा है कि ये ज्यादातर मेट्रो स्टेशन से कनेक्ट रहे. इसकी शुरुआत सराय काले खां से होगी. यहां अंतरराज्यीय बस टर्मिनस है. इसके अलावा हजरत निजामुद्दीन रेल्वे स्टेशन आने और जाने वाले यात्रियों को भी फायदा होगा. इसके अलावा आनंद विहार मेट्रो नेटवर्क से भी ये कॉरीडोर जुड़ा होगा.

कुल 3 कॉरिडोर पर हो रहा है काम
NCRTC दिल्ली, गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के अलावा दो और कॉरिडोर पर काम कर रहा है. इसमें दिल्ली पानीपत और दिल्ली अलवर लाइन शामिल हैं. ये तीनों कॉरिडोर दिल्ली के सराय काले खां से ही शुरू होंगे.

ये सुविधाएं मिलेंगी इस ट्रेन में यात्रियों को

1. बिजनेस क्लास में सिटिंग व्यवस्थान एरोप्लेन की तरह होगी.
2. ​ट्रेन में कुल 12 कोच होंगे. हालांकि शुरुआत में सिर्फ 6 कोच की ट्रेन चलाई जाएगी.
3. ट्रेन की अधिकतम स्पीड 180 किमी प्रति घंटे होगी. हालांकि इसे शुरुआत में 100 किमी प्रति घंटे के आसपास रखा जाएगा.
4. दिव्यांगजनों को ध्यान में रखते हुए ट्रेन और स्टेशन को उनके हिसाब से भी तैयार किया जाएगा.
5. सभी कोच पूरी तरह से एयर कंडीशंड होंगे. ट्रेन के गेट एयरक्राफ्ट की तर्ज पर डिजाइन किए जाएंगे.
6. ट्रेन में लगेज रेक के साथ साथ सीसीटीवी कैमरों की सुविधा भी होगी. मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट होंगे.

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