CUET PG 2024: स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने आरोप लगाया कि एनटीए ने "फंड की कमी के कारण" सीयूईटी-पीजी एप्लिकेशन फॉर्म के लिए फीस बढ़ा दी है और यह विशेष रूप से हाशिए पर रहने वाले समुदायों और पिछड़े क्षेत्रों के लोगों को प्रभावित करेगा.
Trending Photos
CUET PG 2024: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने गुरुवार को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट पोस्ट-ग्रेजुएट प्रोग्राम (CUET PG 2024) के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया था, जिसकी अब सभी श्रेणियों के लिए रजिस्ट्रेशन फीस 200 रुपये बढ़ा दी गई है.
जनरल कैटेगरी और गैर-ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों को अब 1,200 रुपये और ओबीसी-एनसीएल और जनरल ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के उम्मीदवारों को रजिस्ट्रेशन फीस के तौर 1,000 रुपये का भुगतान करना होगा. दरअसल, इस साल अतिरिक्त टेस्ट पेपर की फीस 500 रुपये से बढ़कर 600 रुपये हो गई है.
विदेशी उम्मीदवारों को अब दो पेपरों के लिए 6,000 रुपये और प्रत्येक अतिरिक्त पेपर के लिए 2,000 रुपये का भुगतान करना होगा. यह फीस क्रमशः पहले 5,000 रुपये और 1,500 रुपये थी.
वहीं, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने सीयूईटी-पीजी के लिए फीस वृद्धि का विरोध किया है. एनटीए के निदेशक सुबोध कुमार सिंह को लिखे पत्र में कहा गया है कि फीस में बढ़ोतरी देश में छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के अवसरों पर एक "घोर हमला" है.
इसमें कहा गया है कि यह "छात्र विरोधी" है और शिक्षा के "प्राइवेटाइजेशन" की दिशा में एक कदम है.
हालांकि, पत्र का एजेंसी की ओर से कोई जवाब नहीं आया है. एसएफआई के एक प्रतिनिधिमंडल ने एनटीए के वरिष्ठ सलाहकार एचसी गुप्ता से मुलाकात की और इसे वापस लेने की मांग की है.
एक बयान में, एसएफआई ने आरोप लगाया कि एनटीए ने "फंड की कमी के कारण" सीयूईटी-पीजी एप्लिकेशन फॉर्म के लिए फीस बढ़ा दी है और यह विशेष रूप से हाशिए पर रहने वाले समुदायों और पिछड़े क्षेत्रों के लोगों को प्रभावित करेगा. एनटीए निदेशक सुबोध कुमार सिंह को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा, "एसएफआई इस तर्क का पुरजोर विरोध करती है और इसे सरकार द्वारा शिक्षा के पूर्ण निजीकरण की दिशा में उठाया गया एक और कदम करार देती है."