सिर पर नहीं पिता का साया, स्कूल में खाना बनाकर मां चलाती हैं घर खर्च, बेटी ने 12वीं में 97.40% पाकर पेश की मिसाल
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सिर पर नहीं पिता का साया, स्कूल में खाना बनाकर मां चलाती हैं घर खर्च, बेटी ने 12वीं में 97.40% पाकर पेश की मिसाल

Success Story: अनुप्रिया ने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की है, उन्होंने 12वीं में आर्ट्स स्ट्रीम में 97.40 प्रतिशत मार्क्स हासिल किए हैं. अनुप्रिया ने बहुत मुश्किल हालात में पढ़ाई की है. पढ़िए उनकी सफलता की कहानी...

सिर पर नहीं पिता का साया, स्कूल में खाना बनाकर मां चलाती हैं घर खर्च, बेटी ने 12वीं में 97.40% पाकर पेश की मिसाल

RBSE 12th Topper Anupriya Success Story: पिता की ऊंगलियां पकड़कर चलना तो सीखा, लेकिन जब उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब ईश्वर ने वो साया छीन लिया. बिना बाप की बच्ची के सामने मुश्किलों का पहाड़ खड़ा था. घर की जिम्मेदारियां और जरूरतों को पूरा करने के लिए मां को घर की चौखट लांघनी पड़ी. गांव के ही स्कूल में खाना बनाने का काम मिल गया. इस काम से जो थोड़ा बहुत मिलता, उससे घर का गुजारा हो रहा था, लेकिन अनुप्रिया इन सब मुश्किलों से हार कहां मानने वाली थीं. 

सफलता का पीछे है कड़ा संघर्ष
मां काम पर चली जाती थीं, इसलिए घर की सारी जिम्मेदारी अनुप्रिया को संभालनी पड़ी. घर का चूल्हा-चौका करने के बाद जो वक्त बचता किताबें लेकर बैठ जातीं. पढ़ते हुए 10 से 12 घंटे कब निकल जाते उसे पता भी नहीं चलता. अनुप्रिया के इसी लगन ने उन्हें 12वीं बोर्ड में 97.40 फीसदी अंक हासिल करने में मदद की. राजस्थान की अनुप्रिया की इस सफलता का पीछे उनकी कड़ी मेहनत और दिन-रात का संघर्ष छिपा है. उनकी कहानी आपको भी अंदर से पूरी तरह झकझोर के रख देगी... 

पिता की दो साल पहले हो गई मृत्यु
सिंघाना कस्बे के माकडो की रहने वालीं अनुप्रिया ने गांव में स्थित सरकारी स्कूल में पढ़कर ये मुकाम हासिल किया है. उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कुछ खास अच्छी नहीं है. अनुप्रिया के पिता को लंब समय से किडनी की बीमारी थी. अनुप्रिया की 10वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान उनके पिता का निधन हो गया था. 

मां पर है पूरे घर की जिम्मेदारी
अनुप्रिया की मां सरकारी स्कूल में खाना बनाने का काम करती हैं. बड़े ही मुश्किल हालातों में उन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाया. अनुप्रिया का बड़ा भाई कॉलेज में पढ़ता है. अनुप्रिया रोजाना 10 से 12 घंटा पढ़ाई करती थीं. पढ़ाई के साथ-साथ अनुप्रिया घर के काम में अपनी मां की पूरी मदद करती थीं. अनुप्रिया के सपने बहुत बड़े हैं. वह बड़े होकर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना चाहती हैं. वह यूपीएससी क्लियर करके आईएएस या आईपीएस के प्रतिष्ठित पद पर काम करना चाहती हैं.

मां ने नहीं होने दी कोई कमी
पिता के जाने के बाद से अनुप्रिया की मां ही घर की पूरी जिम्मेदारी संभाल रही हैं. उनके दो और भाई बहन पढ़ाई कर रहे हैं. मीडियो को दिए एक इंटरव्यू के दौरान अनुप्रिया ने बताया कि कई बार तो किताबें खरीदने के लिए भी बहुत सोचना पड़ता है, लेकिन मां ने कभी कोई कमी नहीं होने दी, हमारी हर जरूरत पूरी करती है. मां ने कभी ये अहसास होने दिया कि अब पिता का साया हमारे सिर से उठ चुका है. 

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