Ambedkar nagar Lok Sabha Chunav 2024 News: बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम पर मायावती ने जिस अंबेडकर नगर जिले को बनाया था, वहां भाजपा ने समीकरण बिगाड़ दिया है. बसपा के सांसद को भगवा दल ने चुनाव से पहले अपनी तरफ कर लिया. यहां का जातीय समीकरण बसपा के पक्ष में रहा है. अब अंबेडकर नगर सीट पर चुनावी मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
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Ambedkar Nagar Lok Sabha Election 2024: मायावती ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में महापुरुषों के नाम पर कई जिले बनाए. इसमें से एक है अंबेडकर नगर जिला. अयोध्या (फैजाबाद) से अलग होकर 1995 में यूपी का अंबेडकर नगर बना था. फायदा भी बसपा को खूब हुआ. यह मायावती की पार्टी का गढ़ बन गया. यहां दलित, मुस्लिम और ब्राह्मण का समीकरण बसपा को चुनाव जिताता गया. 2009 में बसपा जीती. मोदी लहर में 2014 में यह सीट बीजेपी के पास चली गई लेकिन 2019 में फिर बसपा ने अपने गढ़ को जीत लिया. 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा के रितेश पांडेय जीते थे. हालांकि इस बार गेम पलट गया है.
अंबेडकर नगर लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट
अंबेडकर नगर सीट पर 6वें चरण में वोटिंग हुई. कुल 61.58 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया. नतीजे 4 जून को आएंगे.
जी हां, इस बार चुनाव से ठीक पहले सांसद जी ने नया ठिकाना ढूंढ लिया है. भाजपा की पहली लिस्ट आने से ठीक पहले रितेश पांडेय भाजपाई हो गए. इससे कुछ दिन पहले पीएम मोदी ने रितेश के साथ लंच किया था. यहां का समीकरण अब भाजपा ने अपने पक्ष में कर लिया है. रितेश पांडेय के पिता सपा से विधायक हैं और चाचा भी विधायक रहे हैं.
कुछ लोगों को शायद पता न हो कि अंबेडकर नगर जिले के अकबरपुर इलाके में ही राम मनोहर लोहिया का जन्म हुआ था. वह एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और एक समाजवादी नेता थे.
दलितों के दम पर जीतती रही बसपा
इस जिले में पांच विधानसभाएं हैं- कटेहरी, टांडा, आलापुर, जलालपुर और अकबरपुर. लोकसभा सीट अंबेडकर नगर है. इस लोकसभा सीट पर पहली बार भाजपा 2014 में जीती थी. यहां से बसपा कई बार जीती है क्योंकि दलितों की आबादी अच्छी खासी है. हालांकि मोदी सरकार में दलितों को सरकारी योजनाओं का सबसे ज्यादा लाभ हो रहा है. ऐसे में उनका भी मूड बदल रहा है.
200 प्रमुख उम्मीदवारों की लिस्ट देखिए
जातीय समीकरण
अंबेडकरनगर लोकसभा सीट पर दलितों की आबादी साढ़े तीन लाख से ज्यादा हैं. मुस्लिम ढाई लाख और ब्राह्मण सवा दो लाख हैं. इसके बाद राजभर और कुर्मी पौने दो-पौने दो लाख हैं. मायावती यहां से अक्सर ब्राह्मण उम्मीदवार उतारती रही हैं. स्थानीय पत्रकार बताते हैं कि दलितों को राशन आदि का लाभ काफी मिल रहा है. 2024 में राम मंदिर का मुद्दा चर्चा में आने से मायावती ही नहीं, सपा के लिए भी मुश्किलें बढ़ गई हैं.
सपा ने किसे उतारा
अंबेडकर नगर सीट पर सपा ने कुर्मी बिरादरी के बड़े नेता लालजी वर्मा को टिकट दिया है. कुर्मी बिरादरी प्रदेश में ओबीसी समाज की दूसरी बड़ी जाति है. इस सीट पर कुर्मी वोटरों का प्रभुत्व है. लालजी वर्मा इस समय कटेहरी से विधायक हैं. सपा से पहले वह बसपा में थे.