विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंज के हाथों हार के कारण टीम इंडिया सुनील गावस्कर को उनके जन्मदिन पर जीत का तोहफा न दे सकी.
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नई दिल्ली: इस समय पूरा देश टीम इंडिया की आईसीसी विश्व कप 2019 (World Cup 2019) में सेमीफाइनल में हार का गम मना रहा है. लेकिन सोचिए अगर आप टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर रहे हों तो क्या आपका दुख ज्यादा नहीं होगा. उस पर भी यदि यह हार आपके जन्मदिन पर हुई हो तो सोचिए आप पर क्या बीतेगी. जब टीम इंडिया की हार हुई तो टीम इंडिया के जितने पू्र्व खिलाड़ी कॉमेंट्री कर रहे थे उनके चेहरे की चमक कम हो गई थी उनकी आवाज में भी जोश गायब दिखा. यहां तक कि अनियमित कॉमेंटटर गायब हो गए. लेकिन इसके बावजूद एक खिलाड़ी ऐसा रहा जो शायद सबसे ज्यादा निराश था क्योंकि उनका जन्मदिन था. जी हां हम बात कर रहे हैं टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दुनिया में लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर की.
सुनील गावस्कर आज 70 साल के हो गए हैं. लेकिन वे अपने इस जन्मदिन को भुला देना चाहेंगे. इसकी वजह यह है कि जिन भारतीय बल्लेबाजों ने उन्हें देख कर टीम इंडिया ने में शामिल होने का सपना देखा होगा वे उन्हें उनके जन्मदिन पर उन्हें टीम इंडिया की सेमीफाइनल जीत का तोहफा न दे सके. गावस्कर आज भी भारतीय क्रिकेट के सिरमौर हैं. वे कई क्रिकेट सितारों के आदर्श हैं जबकि वे सालों पहले बल्ला छोड़ चुके हैं.
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यूं तो गावस्कर के नाम कई रिकॉर्ड हैं. वे पहले ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने क्रिकेट में 10 हजार रन बनाए. उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 30 से अधिक शतक लगाए. अपने समय में गावस्कर को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माना जाता था. डेब्यू टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड आज भी उनके नाम है. वह अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक ही टेस्ट में शतक और दोहरा शतक जमाया था. लेकिन वे ज्यादा जाने जाते हैं तो उस साहस के लिए जिसे लेकर वे वेस्टइंडीज में मैल्कम मार्शल, एंडी रॉबर्ट्स जैसे गेंदबाजों का सामना करे बिना हेलमेट के जाते थे.
The first man to 10,000 Test runs
A Test-best of 236*
35 international hundredsHappy birthday to one of the greats, Sunil Gavaskar! pic.twitter.com/AFw2njatE0
— ICC (@ICC) July 10, 2019
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लेकिन आज गावस्कर निराश हो सकते हैं, टीम इंडिया के इस विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की पूरी उम्मीद थी टीम इंडिया टॉप पर रही. और उसे सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ना था जो चौथे स्थान पर थी और तीन मैच हारकर सेमीफाइनल में आई थी. मैच बारिश की वजह से दो दिन चला. लेकिन नतीजा उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा. गावस्कर 1983 के विश्व कप में टीम के प्रमुख ब्ललेबाज थे, इसके बाद उन्होंने अपनी कप्तानी में 1985 में बेंसन एंड हेजज वर्ल्ड कप चैंपियनशिप जिताई. लेकिन उनके आखिरी वनडे टूर्नामेंट में टीम इडिया सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार गई थी. इस मैच में गावस्कर केवल चार बना सके थे. लेकिन उससे एक मैच पहले ही गावस्कर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक लगाया था और संयोग देखिए कि उसी न्यूजीलैंड ने आज टीम इंडिया को विश्व कप से बाहर कर दिया.