18 अगस्त 2021 को बेल्जियम से उड़ान भरने वालीं 19 साल की ज़ारा ने बुधवार को जर्मनी में लैंडिंग करने के साथ ही सबसे कम उम्र में दुनिया घूमने वाली महिला का रिकॉर्ड बनाया.
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नई दिल्ली: Jindagi Ke Topper: 'कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों', कवि दुष्यंत कुमार की ये पंक्तियां किसी भी व्यक्ति को इंस्पायर कर सकती हैं. खैर, यहां किसी ने आसमान में पत्थर तो नहीं उछाला, लेकिन एक बेल्जियन-ब्रिटिश पायलट ज़ारा रदरफोर्ड (Zara Rutherford) इन दिनों खूब चर्चा बटोर रही हैं. जिन्होंने महज 19 साल की उम्र में अपने छोटे से एयरप्लेन में पूरी दुनिया का चक्कर लगाकर इतिहास रच दिया. ज़ी मीडिया की सीरीज 'जिंदगी के टॉपर' में आज पढ़ें उनका इंस्पायरिंग सफर...
सबसे कम उम्र की महिला बनीं ज़ारा
18 अगस्त 2021 को बेल्जियम से उड़ान भरने वालीं 19 साल की ज़ारा ने बुधवार को जर्मनी में लैंडिंग करने के साथ ही नया रिकॉर्ड बनाया. 155 दिन में सफर पूरा करने वालीं ज़ारा इस मुकाम को हासिल करने वाली सबसे कम उम्र की महिला बनीं.
ज़ारा से पहले अफगानी मूल की अमेरिकन शायस्ता वैस (Shaesta Wais) के नाम यह रिकॉर्ड था. उन्होंने 2017 में 30 साल की उम्र में यह मुकाम हासिल किया था. वहीं पुरुषों में अमेरिका के मैंसन एंड्र्यू (Manson Andrew) के नाम यह रिकॉर्ड स्थापित है, जिन्होंने 2018 में महज 18 साल की उम्र में विश्व रिकॉर्ड बनाया था.
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5100 किलोमीटर का सफर किया तय
ज़ारा ने अपने शार्क अल्ट्रालाइट (Shark Ultralight) एयरप्लेन की मदद से 51000 किलोमीटर का सफर करीब 5 महीने में पूरा किया. इस दौरान उन्होंने 41 देशों की यात्रा की और 5 देशों में ठहर कर आराम किया.
बनना चाहती हैं स्पेस ट्रैवलर
ज़ारा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वह स्पेस ट्रैवलर बनना चाहती हैं. अपने सपनों को पूरा कर वह अपनी सभी महत्त्वकांक्षाओं को पूरा करेंगी. उन्हें यकीन है कि वह अपने काम से दुनियाभर की महिलाओं को साइंस की मदद से अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए इंस्पायर करना चाहती हैं.
खराब मौसम ने लंबा किया सफर
अपने शार्क अल्ट्रालाइट प्लेन से सफर करने से पहले उन्हें लगा था कि तीन महीनों में सफर पूरा हो जाएगा. लेकिन खराब मौसम और कुछ देशों में वीजा की वजह से हुई परेशानी के बाद उन्हें करीब 5 महीने लग गए.
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पृथ्वी के दोनों बिंदुयों को छुआ
अमेरिका में वीजा के कारण ठहरने के बाद वह एक महीने के लिए अलास्का में खराब मौसम के कारण आगे नहीं बढ़ सकीं. अपने सफर के दौरान उन्होंने उड़ान के सफर को पूरा करने के साथ ही रिकॉर्ड बनाने के लिए दुनिया के दोनों बिंदुओं को छुआ.
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