जानें कौन है विदित आत्रे, जिन्होंने IIT और IAS की राह छोड़ खड़ी कर दी 36000 करोड़ रुपये की कंपनी
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जानें कौन है विदित आत्रे, जिन्होंने IIT और IAS की राह छोड़ खड़ी कर दी 36000 करोड़ रुपये की कंपनी

Success Story of Vidit Aatrey: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विदित को साल 2020 के लिए यंग टर्क स्टार्टअप ऑफ द ईयर के लिए एमएसएनबीसी पुरस्कार प्रदान किया था.

जानें कौन है विदित आत्रे, जिन्होंने IIT और IAS की राह छोड़ खड़ी कर दी 36000 करोड़ रुपये की कंपनी

Success Story of Vidit Aatrey: मीशो के को-फाउंडर और सीईओ विदित आत्रेय ने एक उभरते बिजनेसमैन से भारत के ई-कॉमर्स क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भागीदार के तौर पर उल्लेखनीय प्रगति की है. स्टार्टअपइनसाइडर के अनुसार, आत्रे की उपलब्धियों को 2018 में फोर्ब्स के 30 अंडर 30 (Forbes' 30 Under 30) में शामिल किए जाने जैसे महत्वपूर्ण सम्मान से सम्मानित किया गया था.

भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उन्हें साल 2020 के लिए यंग टर्क स्टार्टअप ऑफ द ईयर के लिए एमएसएनबीसी पुरस्कार भी प्रदान किया था. वहीं साल 2021 में, फॉर्च्यून ने उन्हें 40 अंडर 40 में शामिल किया था.

विदित आत्रेय एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं. उनके पिता, रवि दत्त शर्मा, दिल्ली जल बोर्ड के लिए काम करते थे और उनका परिवार दिल्ली में एक सरकारी क्वार्टर-शैली के दो-बेडरूम अपार्टमेंट में रहता था.

उनके पिता ने विदित आत्रेय के आईएएस अधिकारी (IIT Officer) बनने के लक्ष्य में उनका समर्थन किया और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा देने का इरादा किया था.

आईआईटी (IIT) से ग्रेजुएशन करने के बाद विदित आत्रेय को आईटीसी (ITC) में हाई सैलरी वाली नौकरी मिली थी. चेन्नई में काम करने के बाद, विदित आत्रे बेंगलुरु चले गए, जहां उन्होंने अपनी खुद की कंपनी शुरू करने का निर्णय लिया.

लेकिन आईआईटी में पढ़ाई के बाद, आत्रेय को एहसास हुआ कि वह सरकारी क्षेत्र में नौकरी के लिए नहीं बने हैं, इसलिए उन्होंने व्यावसायिक विचारों की तलाश शुरू कर दी और इस तरह मीशो (Meesho) का जन्म हुआ.

आत्रे और उनके सह-संस्थापक संजीव बरनवाल ने 2015 में मीशो पेश किया, जो एक सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, जो व्यक्तियों और छोटे व्यवसायों को सोशल मीडिया नेटवर्क का उपयोग करके अपना ऑनलाइन व्यवसाय शुरू करने में सक्षम बनाता है.

मीशो एक विशिष्ट दृष्टिकोण पर काम करता है जहां "विक्रेता" (Seller) के पास ऐप पर बाजार बनाने का अवसर होता है. वे अपने मीशो खातों को अपनी फेसबुक साइटों से जोड़ते हैं, व्हाट्सएप के माध्यम से उपभोक्ताओं (Consumers) के साथ बात करते हैं, और वहीं मीशो व्यापारियों से कमीशन शुल्क एकत्र करते हुए डिलीवरी का काम संभालते हैं. मीशो डिलीवरी का ध्यान रखता है और विक्रेताओं से कमीशन लेकर कमाई करता है.

साल 2021 में, मीशो ने फिडेलिटी, सॉफ्टबैंक और बी कैपिटल से दो किश्तों में 870 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक जुटाए थे. जिसके बाद सितंबर 2021 में मीशो की मार्केट वैल्यू 4.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी.

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