तवायफ से सिंगर बनीं Gauhar Jaan, राजा-महाराजा करते थे सोने-चांदी की बारिश लेकिन फिर पाई-पाई को तरसीं
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तवायफ से सिंगर बनीं Gauhar Jaan, राजा-महाराजा करते थे सोने-चांदी की बारिश लेकिन फिर पाई-पाई को तरसीं

Gauhar Jaan Life Facts: पर्सनल लाइफ और रिश्ते में गौहर जान को हमेशा हार मिली. पहला रिश्ता टूट गया. जिससे शादी की उसका दूसरी महिलाओं से संबंध था तो उन्होंने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी. तीसरी बार जिससे प्यार हुआ उसकी मौत हो गई. 

तवायफ से सिंगर बनीं Gauhar Jaan, राजा-महाराजा करते थे सोने-चांदी की बारिश लेकिन फिर पाई-पाई को तरसीं

Gauhar Jaan Life History: आज इतिहास के पन्नों को पलटकर हम बात करेंगे गौहर जान (Gauhar Jaan) की जिनको भारत की पहली रिकॉर्डिंग सुपरस्टार कहा जाता है. ये वो हस्ती हैं जो 1902 के जमाने में एक गाने के 3 हजार रुपए लिया करती थीं. भारत में ग्रामोफोन पर पहला गाना रिकॉर्ड करने वाली सिंगर भी गौहर जान ही हैं. ये विक्टोरिया हेमिंग की बेटी हैं जो तलाक के बाद कलकत्ता आकर तवायफ बनीं और काफी मशहूर रहीं. 1887 में ये महज 14 साल की उम्र में दरभंगा के महाराजा की महफिल में गाया करती थीं. इनके गाने इतने मशहूर थे कि ग्रामोफोन कंपनी ने गानों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए उनके गाने रिकॉर्ड किए. ये पहली सिंगर थीं, जिनका गाना रिकॉर्ड हुआ था. पॉपुलैरिटी ऐसी थी कि दतिया में एक प्रोग्राम करने के लिए उन्होंने पर्सनल ट्रेन की डिमांड की थी, जो ऑर्गेनाइजर ने पूरी भी की थी. 

जी शानोंशौकत भरी जिंदगी

20 भाषाओं में इन्होंने 600 से ज्यादा गाने रिकॉर्ड किए थे. ये अपने जमाने की सबसे अमीर हस्ती थीं, जिनकी संपत्ति 1 करोड़ रुपए करीब थी. गौहर जान हर रिकॉर्डिंग में कीमती जेवर पहनतीं, जिन्हें वो कभी रिपीट नहीं करतीं. हर गाने के लिए नजराना 1000-3000 रु. तक होता था और राजा-महाराजा इनपर जमकर हीरे-जवाहरात लुटाते थे. अपनी बिल्ली की शादी करने के लिए इन्होंने उस जमाने में 1200 रुपए लगाए थे. अपनी बिल्ली को साथ ले जाने के लिए इन्होंने सिर्फ एक प्रोग्राम के लिए 20 हजार की शाही बग्घी खरीदी थी. 

तीन शादियां कीं लेकिन...

पर्सनल लाइफ और रिश्ते में हमेशा हार मिली. पहला रिश्ता टूट गया. जिससे शादी की उसका दूसरी महिलाओं से संबंध था तो उन्होंने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी. तीसरी बार जिससे प्यार हुआ उसकी मौत हो गई. रिश्तेदारों ने साथ रखा और धोखे से सारी जमा पूंजी खत्म कर दी. ऐसे में गौहर पाई-पाई की मोहताज हो गईं. जो कभी करोड़ों रुपये की संपत्ति की मालकिन थी उसके पास अब खाना खाने तक के पैसे नहीं थे. आख़िरकार 17 जनवरी को बीमारी से गौहर जान की 60 साल की उम्र में मौत हो गई. 

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