अमरनाथ हमला: चार आतंकियों के शामिल होने का शक, मास्टरमाइंड इस्माइल की तलाश में सुरक्षा एजेंसियां
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अमरनाथ हमला: चार आतंकियों के शामिल होने का शक, मास्टरमाइंड इस्माइल की तलाश में सुरक्षा एजेंसियां

अधिकारी ने कहा कि हमला, इस महीने के शुरू में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर के शीर्ष कमांडर बशीर लश्करी सहित कई आतंकवादियों के मारे जाने का बदला लग रहा है.

सुरक्षा बलों ने अबू इस्माइल की तलाश में व्यापक अभियान शुरू किया है. (फोटो - साभार पीटीआई)

श्रीनगर/नई दिल्ली : सुरक्षाबलों ने पाकिस्तानी नागरिक और लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबू इस्माइल की तलाश में व्यापक अभियान शुरू किया है. उसका नाम अमरनाथ यात्रियों को ले जा रही बस पर आतंकी हमले में मास्टरमाइंड के तौर पर सामने आ रहा है. कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार को हुए हमले के मद्देनजर सरकार ने समूचे जम्मू कश्मीर में 'उच्चतम अलर्ट' का ऐलान किया है. इस हमले में छह महिलाओं समेत सात अमरनाथ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी.

हमले में चार आतंकवादियों के शामिल होने का शक

दिल्ली में अधिकारियों ने खुफिया जानकारी के हवाले से कहा है कि हमले में चार आतंकवादियों के शामिल होने का शक है जिनमें से दो पाकिस्तानी हैं. उन्होंने कहा कि इस्माइल हमले का मास्टरमाइंड है और एक अन्य पाकिस्तानी तथा दो स्थानीय आतंकवादियों ने उसकी मदद की है. 

इस्माइल को पकड़न का अभियान शुरू

श्रीनगर में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह घाटी में कई साल से सक्रिय है और एक साल से ज्यादा समय पहले वह दक्षिण कश्मीर आ गया था. उन्होंने कहा कि इस्माइल को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया गया है, मुख्य तौर पर दक्षिण कश्मीर में, क्योंकि बातचीत की रिकॉर्डिंग सहित जांच तीर्थयात्रियों पर हमले में उसकी संलिप्ता की ओर इशारा कर रही है.

हमला आतंकियों के मारे जाने का बदला लग रहा है

अधिकारी ने कहा कि हमला, इस महीने के शुरू में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर के शीर्ष कमांडर बशीर लश्करी सहित कई आतंकवादियों के मारे जाने का बदला लग रहा है. उन्होंने कहा, 'बीते महीनों के दौरान आतंक रोधी अभियान के दौरान आतंकवादी लगातार नुकसान झेलने से हताश हो गए हैं जिस कारण उन्होंने अब नागरिकों और सैलानियों पर हमले शुरू कर दिए हैं.'

आतंक रोधी अभियान को किया जाएगा तेज

नई दिल्ली में गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने संकेत दिया कि जम्मू कश्मीर में आतंक रोधी अभियान को तेज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों से पूरी ताकत से सुरक्षा योजना को लागू करने को कह दिया गया है. 

हमले को लेकर कश्मीर में दिखा व्यापक रोष

अनंतनाग में हमला उस दिन हुआ जब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के रहने वाले एक हिन्दू आतंकवादी सहित लश्कर के एक मॉडयूल की गिरफ्तारी का ऐलान किया था. श्रद्धालुओं पर हुए हमले में कश्मीर में व्यापक रोष देखा गया और घाटी के लोगों ने कहा कि ऐसी घटनाएं समग्र संस्कृति और कश्मीरियत के खिलाफ जाती हैं.

केंद्र सरकार ने 'उच्चतम अलर्ट' जारी किया

इस बीच, वार्षिक यात्रा जारी है और केंद्र सरकार ने 'उच्चतम अलर्ट' जारी किया है. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह और गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर सहित केंद्रीय मंत्रियों के एक दल ने कश्मीर की यात्रा की और शीर्ष अधिकारियों, राज्यपाल एनएन वोहरा तथा मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ मौजूदा स्थिति पर विस्तार से चर्चा करने के बाद यह अलर्ट जारी किया गया है. 

केंद्रीय मंत्रियों ने किया श्रीनगर का दौरा

गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हाल में आतंकी हमले में यात्रियों की जान जाने और जख्मी होने की दुखद घटना पर विचार करते हुए समूची सुरक्षा व्यवस्था को उच्चतम अलर्ट पर रखा गया है. मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से निर्देश मिलने के बाद श्रीनगर का दौरा किया. 

मंत्रियों सीएम और राज्यपाल से चर्चा की

बयान में कहा गया कि उन्होंने विस्तार से मुख्यमंत्री और राज्यपाल से सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की और फिर सेना के स्थानीय कमांडर, मुख्य सचिव, पुलिस प्रमुख तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, सीआरपीएफ के डीजी, बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ सुरक्षा की गहरी समीक्षा की. 

अब तक 1.5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन

केंद्रीय मंत्रियों ने जोर दिया कि समूचा देश कश्मीरियों और तीर्थयात्रियों के साथ है और सुरक्षित यात्रा के लिए सभी इंतजाम नई ताकत से जारी रखें जाएंगे. अब तक दक्षिण कश्मीर हिमालय स्थित पवित्र गुफा में 1.5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. 40 दिन तक चलने वाली यह यात्रा सात अगस्त को समाप्त होगी. 

अर्द्धसैनिक बलों के साथ पुलिस बल भी तैनात

गृह मंत्री ने कल कश्मीर घाटी में एक घंटे चली बैठक में स्थिति की समीक्षा की थी, खासतौर पर पवित्र गुफा की ओर जाने वाले मार्गों की. यात्रा मार्गों की रखवाली के लिए अर्द्ध सैनिक बलों के 21,000 कर्मियों के साथ ही राज्य पुलिस बल को भी तैनात किया गया है. 

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