Zee Jaankari: जानिए, भारत में मौजूद टुकड़े-टुकड़े गैंग को कौन संस्था देती है Fund
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Zee Jaankari: जानिए, भारत में मौजूद टुकड़े-टुकड़े गैंग को कौन संस्था देती है Fund

कश्मीर में आग भड़काने का काम सिर्फ पश्चिमी मीडिया या कुछ देश नहीं कर रहे. बल्कि बड़ी-बड़ी संस्थाएं भी इसमें लगी हुई हैं. 

Zee Jaankari: जानिए, भारत में मौजूद टुकड़े-टुकड़े गैंग को कौन संस्था देती है Fund

कश्मीर में आग भड़काने का काम सिर्फ पश्चिमी मीडिया या कुछ देश नहीं कर रहे. बल्कि बड़ी-बड़ी संस्थाएं भी इसमें लगी हुई हैं. एक ऐसी ही विवादित संस्था का नाम है, Amnesty International...ये संस्था भारत में मौजूद टुकड़े-टुकड़े गैंग को Fund भी करती है. और उसे Support भी करती है. यानी एक प्रकार से ये टुकड़े-टुकड़े गैंग और Amnesty का गठबंधन है. Amnesty International India ने आज से एक Urgent Campaign की शुरुआत की है. और कहा है, कि कश्मीर में लम्बे समय से चल रही बंदिशों को तत्काल प्रभाव से ख़त्म किए जाने की ज़रुरत है. Campaign के लिए इस संस्था ने जिस Hashtag को चुना है, वो है Let Kashmir Speak....

अपनी Press Release में इसने freedom of expression जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है. और आरोप लगाया है, कि भारत सरकार, कश्मीर के लोगों की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रही है. सच्चाई तो ये है, कि ये Campaign नहीं, बल्कि एक प्रकार का एजेंडा है. ये संस्था लंबे वक़्त से ऐसी गतिविधियों में शामिल रही है, जो भारत को नीचा दिखाने की कोशिश करती हैं. वो कश्मीर के आतंकवादियों के मानवाधिकार की बात भी करती रही है. इस साल की शुरुआत में भी Amnesty ने भारत में असहनशीलता वाला एक Propaganda वीडियो जारी किया था.

जून 2019 में इसने 6 मिनट 18 सेकेंड का एक वीडियो Tweet किया था. और महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में पिछले साल हुई हिंसा के 9 आरोपियों को निर्दोष और देशवासियों के लिये हीरो बताया था. 2016 में इस संस्था ने बैंगलुरु में कश्मीर के मुद्दे पर एक सेमीनार किया था. जिसमें भारत विरोधी नारे लगने का आरोप लगा था.

विदेशों से चंदा लेने के मामले में भी इस संस्था पर कई बार सवाल उठे हैं. अक्टूबर 2018 में Enforcement Directorate ने इस संस्था के दो ठिकानों पर छापेमारी की थी. आरोप था, कि 36 करोड़ रुपये की foreign funding को ग़लत तरीके से भारत लाया गया था. भारत सरकार ने इस संस्था पर गड़बड़ी फैलाने की वजह से कई प्रकार के प्रतिबंध भी लगा रखे हैं.

और ऐसी कार्रवाई के बाद ही Amnesty International ने भारत सरकार पर मानवाधिकार संगठनों को निशाना बनाने का आरोप लगाना शुरू कर दिया. Amnesty, मानवाधिकार के मुद्दों पर काम करने का दावा करती है. लेकिन सच्चाई ये है, कि इसकी आड़ में ये शहरी नक्सलियों और आतंकवादियों के समर्थन में Propaganda चलाती है.

हमारे देश के बुद्धिजीवी, डिजाइनर पत्रकार, अंग्रेज़ी बोलने वाली Celebrities और Amnesty International का एजेंडा एक जैसा है. इसलिए ये हमेशा एक दूसरे को प्रोत्साहन देते रहते हैं .

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