CAA Protest: पुलिस के डर से चंद्रशेखर ने जामा मस्जिद में जमाया डेरा
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CAA Protest: पुलिस के डर से चंद्रशेखर ने जामा मस्जिद में जमाया डेरा

ZEE न्यूज संवाददाता से बातचीत में चंद्रशेखर (Chandrasekhar) ने कहा कि वे और उनके समर्थक किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं कर रहे हैं. मुझे पुलिस उन्हें घसीटकर ले गई थी, अब छोड़ दी है. चंद्रशेखर (Chandrasekhar) ने कहा वे जामा मस्जिद (Jama Masjid) से हटने वाले नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा आरएसएस वाले करते हैं.

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर दिल्ली के जामा मस्जिद में भीड़ की आड़ में दिखे.

नई दिल्ली: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर (Chandrasekhar) शुक्रवार को दिल्ली के जामा मस्जिद (Jama Masjid) में दिखे. यहां वह भीड़ की आड़ में खुद को पुलिस से बचाते हुए दिखे. चंद्रशेखर (Chandrasekhar) के समर्थक जामा मस्जिद (Jama Masjid) की सीढ़ियों पर नारेबाजी करते देखे गए. ZEE न्यूज संवाददाता से बातचीत में चंद्रशेखर (Chandrasekhar) ने कहा कि वे और उनके समर्थक किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं कर रहे हैं. मुझे पुलिस उन्हें घसीटकर ले गई थी, अब छोड़ दी है. चंद्रशेखर (Chandrasekhar) ने कहा वे जामा मस्जिद (Jama Masjid) से हटने वाले नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा आरएसएस वाले करते हैं.

हालांकि बताया जा रहा है कि चंद्रशेखर (Chandrasekhar) पुलिस को चकमा देकर फरार हुए हैं. वह पुलिस से बचने के के लिए जामा मस्जिद (Jama Masjid) में मौजूद हैं. पुलिस को उनकी तलाश है. चंद्रशेखर (Chandrasekhar) ने कहा है कि हमारा विरोध प्रदर्शन जामा मस्जिद (Jama Masjid) पर चल रहा है. हिंसा करने वाले लोग उनके सहयोगी नहीं हैं. आंबेडकरवादी हिंसा नहीं करते हैं. जो हिंसा कर रहे हैं वे आरएसएस के लोग हैं हमारे नहीं. मैं जामा मस्जिद (Jama Masjid) पर ही हूं और यहीं रहूंगा. 

चंद्रशेखर (Chandrasekhar) ने कहा कि सरकार नागरिकता संशोधन कानून को जब तक वापस नहीं ले लेती है तब तक उनका विरोध जारी रहेगा. यहां आपको बता दें कि पुलिस ने चंद्रशेखर (Chandrasekhar) के विरोध-प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी है. इसके बावजूद वह भीड़ की आड़ में विरोध-प्रदर्शन करने में जुटे हैं. सूत्रों का कहना है कि भीम आर्मी शुक्रवार को दिल्ली के जामा मस्जिद (Jama Masjid) से लेकर जंतर-मंतर तक मार्च निकालने की तैयारी में थी, लेकिन पुलिस की मनाही के चलते वे ऐसा नहीं कर पाए.

जामा मस्जिद (Jama Masjid) में जमा भीड़ के बीच में चंद्रशेखर (Chandrasekhar) के हाथ में भारतीय संविधान की एक पुस्तक भी देखी गई. जब दिल्ली पुलिस ने उन्हें दबोचने की कोशिश की तो वह अचानक आंखों के सामने से ओझल हो गए. शुक्रवार की नमाज खत्म होने के तुरंत बाद चंद्रशेखर (Chandrasekhar) शहर के मध्य में स्थित ऐतिहासिक जामा मस्जिद (Jama Masjid) परिसर पहुंचे. सफेद शर्ट पहने चंद्रशेखर (Chandrasekhar) 15 मिनट तक जामा मस्जिद (Jama Masjid) में रहे और फिर उन्होंने मंडी हाउस की ओर मार्च का नेतृत्व किया, जिसके बाद हजारों समर्थक भी उनके साथ शामिल हो गए.

जब उन्होंने अपना मार्च शुरू किया तो दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की, क्योंकि इलाके में धारा 144 लगा दी गई थी. चंद्रशेखर (Chandrasekhar) ने हालांकि पुलिस को चकमा दिया और फिर अचानक भीड़ में गायब हो गए. जल्द ही यह अफवाहें फैल गई कि चंद्रशेखर (Chandrasekhar) को पुलिस ने हिरासत में लिया है, लेकिन वह भारी भीड़ का फायदा उठाते हुए पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहे.

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दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एम. एस. रंधावा से जब पूछा गया कि क्या भीम आर्मी प्रमुख को पुलिस ने हिरासत में लिया और क्या वह उन्हें चकमा देने में कामयाब रहे? इस पर उन्होंने आईएएनएस से कहा, 'हमने उन्हें हिरासत में नहीं लिया. इसलिए पुलिस से बचने का कोई सवाल ही नहीं है.' जब ने दिल्ली पुलिस के एक अन्य प्रवक्ता अनिल कुमार मित्तल से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उन्हें चंद्रशेखर (Chandrasekhar) के ठिकाने का नहीं पता है.

इससे पहले दिन में कथित तौर पर यह कहा गया था कि गुरुवार रात राजस्थान से राष्ट्रीय राजधानी में आए चंद्रशेखर (Chandrasekhar) को दिल्ली पुलिस ने जामा मस्जिद (Jama Masjid) पर विरोध प्रदर्शन से पहले हिरासत में लिया है. दिल्ली पुलिस ने हालांकि विरोध प्रदर्शन से पहले उनकी गिरफ्तारी से इनकार कर दिया.

भीम आर्मी प्रमुख के गायब हो जाने के बाद हजारों लोगों ने जामा मस्जिद (Jama Masjid) के सामने अपना विरोध प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि भीम आर्मी प्रमुख को जामा मस्जिद (Jama Masjid) क्षेत्र में लाया जाए, जहां से उन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया था. इसके बाद प्रदर्शनकारी सीएए के विरोध में दिल्ली गेट इलाके की ओर चले गए.

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