अब आप इसे महज संयोग कहें या फिर कुछ और जिस वक्त पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) से मिलने की सोच रहे थे. लगभग उसी वक्त ये खबर भी आई कि कभी एनडीए का हिस्सा रहे शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल (Parkash Singh Badal) ने भारत सरकार से मिले पद्म विभूषण सम्मान को वापस कर दिया है.
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नई दिल्ली: किसान आंदोलन को लेकर चल रही राजनीति में अकाली दल भी पीछे नहीं है. कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के बीच मुलाकात के बाद खबर आई कि प्रकाश सिंह बादल (Parkash Singh Badal) ने आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) लौटाने का ऐलान किया है. हरसिमरत कौर (Harsimrat kaur) पहले ही कृषि कानून के खिलाफ मोदी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे चुकी हैं. शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के अध्यक्ष और राज्य सभा सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा (Sukhdev Singh Dhindsa) ने भी पद्मभूषण सम्मान वापस कर दिया है.
अब आप इसे महज संयोग कहें या फिर कुछ और जिस वक्त पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रधानमंत्री मोदी से मिलने की सोच रहे थे. लगभग उसी वक्त ये खबर भी आई कि कभी एनडीए का हिस्सा रहे शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने भारत सरकार से मिले पद्म विभूषण सम्मान को वापस कर दिया है.
किसानों के मुद्दे पर साथ खड़े हैं दो विरोधी
सियासत की टाइमिंग देखिए, दो सबसे पुराने सहयोगी यानी बीजेपी (BJP) और एसएडी (SAD) आज किसानों के मुद्दे पर एक दूसरे के आमाने-सामने खड़े हैं और दो विरोधी यानी एसएडी (SAD) और कांग्रेस (Congress) किसानों के मुद्दे पर साथ खड़े हैं.
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने अपने सम्मान वापसी वाली चिट्ठी में लिखा है, 'मैं इतना गरीब हूं कि किसानों के लिए कुर्बान करने के लिए मेरे पास कुछ और नहीं है. मैं जो भी हूं किसानों की वजह से हूं. ऐसे में अगर किसानों का अपमान हो रहा है, तो किसी तरह का सम्मान रखने का कोई फायदा नहीं है.’
'आंदोलन का असर राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ सकता है'
किसान आंदोलन ने पंजाब की राजनीति में हलचल मचा दी है. गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. सीएम अमरिंदर सिंह ने अमित शाह से मिलने के बाद बड़ी बात कही. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस आंदोलन का असर राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ सकता है.
खालिस्तान की घुसपैठ?
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरे की बात कही. इसका एक सबूत ज़ी न्यूज़ आपको पहले ही दिखा चुका है. पुलिस की बैरिकेडिंग के ठीक पीछे जो तस्वीर सामने आई वह आंदोलन में खालिस्तान के घुसपैठ की है और सवालों के घेरे में है.
सिंघु बॉर्डर पर बैरिकेडिंग के ठीक पीछे एक ट्रैक्टर लगा है और उस ट्रैक्टर पर 'AK 47' राइफल की तस्वीर बनी हुई है. साथ ही खालिस्तान जिंदाबाद का नारा लिखा है. इस ट्रैक्टर पर न ही कोई नंबर लिखा हुआ है न ही इस पर कोई बैठा है. अभी तक ये भी पता नहीं चल पाया है कि इस ट्रैक्टर का मालिक कौन है.
जब हमारे रिपोर्टर ने वहं मौजूद लोगों से इस निशान के बारे में पूछा तो कुछ आंदलोनकारी उग्र हो गए. उन्होंने हमारे रिपोर्टर को घेर लिया. लेकिन उसी वक्त पुलिस ने ज़ी न्यूज़ के रिपोर्टर को वहां से सुरक्षित हटा लिया. और इसके दो दिन बाद पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने भी कहा कि किसान आंदोलन से देश की सुरक्षा को ख़तरा है.
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राज्य की अर्थव्यवस्था पर असर
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ये भी कहा कि पंजाब के किसानों के प्रदर्शन के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ रहा है. अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात के बाद सीएम अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मिलने का समय भी मांगा है.
यहां बता दें कि पंजाब की राजनीति में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी दावेदारी रखती है. किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अमरिंदर सिंह की मंशा पर सवाल उठाए हैं.