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नई दिल्ली: ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली में जमकर बवाल किया. कई स्थानों पर पुलिस के साथ टकराव के बाद लाल किले (Red Fort) तक पहुंच गए. प्रदर्शनकारियों में शामिल एक बड़े समूह ने अपने हाथों में तिरंगा और किसान संघ के झंडे लेकर लाल किले को घेर लिया. कुछ युवाओं ने लाल किले पर झंडे फहरा दिए. इन झंडों को लेकर लोग अब तक असमंजश में हैं. सोशल मीडिया पर निशान साहिब (Nishan Sahib) का दावा किया जा रहा है.
ट्विटर (twitter) पर भी प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए झंडे (Flags Raised By Protesters) को लेकर बहस जारी है. भले ही लोग इसे खालिस्तानी झंडा (Khalistani Flag) बता रहे हैं या कुछ 'निशान साहिब' (Nishan Sahib) होने का दावा कर रहे हैं लेकिन अभी तक स्पष्ट नहीं है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाया गया झंडा किसका है.
Sons of our farmers raised the #NishanSahib at Galwan during the height of the Chinese aggression.
Today, their fathers raised the same #NishanSahib below the tricolour at the historic Red Fort#BoleSoNihal#SatSriAkal
Wahe Guruji Ka Khalsa
Wahe Guruji Ki Fateh!@deepsealioness pic.twitter.com/dtNcIpfef2— ପ୍ରିୟଦର୍ଶୀ/प्रियदर्शी/Priyadarshi/ਪ੍ਰਿਯਦਰਸ਼ੀ (@MajChowdhury) January 26, 2021
Indian flag is not removed by anyone, it's on their place!!
Stop misunderstand farmers ,
And the another flag is Nishan Sahib The flag which is proud of famers, which gives them courage. #HistoricTractorMarch #nishansahib #TractorsVsTraitors pic.twitter.com/qLOTe6Vrg2— Manjot Kaur (@Manjotkaur7799) January 26, 2021
When did "peaceful" #FarmersProtests turn into #Sikh vs #CentralGovernment?
Why is #NishanSahib (Sikh Flag) hoisted at #RedFort after taking down the Tiranga?
Does this flag represent all the farmers of India? NO!Do you still think this is Farmer's Protest?#KhalistaniTerrorists pic.twitter.com/pUEzTEpfTB
— Aditya Yoginath (@vocalsanatani) January 26, 2021
निशान साहिब (Nishan Sahib) या निशान साहब सिखों का पवित्र त्रिकोणीय ध्वज है. यह पर्चम कपास या रेशम के कपड़े का बना होता है, इसके सिरे पर एक रेशम की लटकन होती है. इसे हर गुरुद्वारे के बाहर, एक ऊंचे ध्वजडंड पर फहराया जाता है.
(नोट- Zee News झंडे का किसी धार्मिक या राजनीतिक संस्था से संबंध होने की पुष्टि नहीं करता.)
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