Trending Photos
नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा की तैयारी के लिए मानसिक रूप से मजबूत होना बहुत जरूरी है. कहा जाता है कि अगर दिमाग शांत हो और कोई स्ट्रेस ना तो स्टूडेंट्स की प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है और एग्जाम में उनका परफॉर्मेंस अच्छा होता है. हालांकि कुछ स्टूडेंट ऐसे भी होते हैं, जो सभी कठियानाइयों का सामना करने के बावजूद सफलता हासिल करते हैं. ऐसी की कुछ कहानी पंजाब के मोगा की रहने वाली रितिका जिंदल (Ritika Jindal) की भी है, जिन्होंने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए यूपीएससी एग्जाम में 88वीं रैंक हासिल कर आईएएस अफसर बनने का सपना पूरा किया.
रितिका जिंदल (Ritika Jindal) काफी कम उम्र से ही आईएएस बनना चाहती थीं. रितिका कहती हैं कि वह पंजाब से हैं, जहां के बच्चे लाला लाजपत राय और भगत सिंह की कहानियों को सुनकर बड़े होते हैं. वह भी उन्हीं कहानियों को सुनकर बड़ी हुई थीं और देश और देश के लोगों के लिए कुछ करना चाहती थीं. इसके लिए उन्होंने यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) का चयन किया.
ये भी पढ़ें- कैसे बन सकते हैं IAS अफसर? जानें UPSC Exam से जुड़े हर सवाल का जवाब
रितिका जिंदल (Ritika Jindal) का जन्म पंजाब के मोगा में हुआ और उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई भी यहीं से पूरी की. रितिका शुरू से ही पढ़ाई में काफी तेज थीं और उन्होंने 12वीं में सीबीएसई बोर्ड में पूरे नॉर्दन इंडिया में टॉप किया. 12वीं के बाद रितिका ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया और 95 परसेंट अंकों के साथ पूरे कॉलेज में तीसरा स्थान हासिल किया.
DNA की रिपोर्ट के अनुसार, रितिका जिंदल (Ritika Jindal) ने ग्रेजुएशन के दौरान ही यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) की तैयारी शुरू कर दी थी. कॉलेज खत्म करने के बाद रितिका ने पहली बार यूपीएससी एग्जाम दिया और तीनों स्टेज क्लियर कर लिया, लेकिन फाइनल लिस्ट में वह कुछ अंकों से पीछे रह गईं. इसके बाद उन्होंने दूसरी बार एग्जाम देने का फैसला किया.
ये भी पढ़ें- इंटरनेट से तैयारी कर 4 बार फेल हुई ये लड़की, पांचवीं बार मिली 10वीं रैंक; फिर बनीं IAS
रितिका जिंदल (Ritika Jindal) ने पहले प्रयास में असफलता के बाद कड़ी मेहनत की और साल 2018 में दूसरी बार यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) दिया. रितिका ने सिविल सर्विसेस परीक्षा (CSE) में ऑल इंडिया में 88वीं रैंक हासिल की और आईएएस बनने का अपने बचपन का सपना पूरा किया. उस समय रितिका की उम्र सिर्फ 22 साल थी.
रितिका जिंदल (Ritika Jindal) के लिए आईएएस बनने की राह इतनी आसान नहीं थी, क्योंकि जब वह पहली बार यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रही थीं तब उनके पिता टंग कैंसर (Oral Cancer) के शिकार हो गए और इस वजह से रितिका की पढ़ाई भी प्रभावित हुई. वहीं जब रितिका दूसरी बार एग्जाम की तैयारी कर रही थीं, तब उनके पिता को लंग कैंसर हो गया. रितिका के लिए यह काफी कठीन समय था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने मुश्किलों का सामना करते हुए तैयारी जारी रखी.
ये भी पढ़ें- IPS अफसर की बेटी बनी IAS, 5 साल के लंबे संघर्ष के बाद ऐसे पाई UPSC Exam में सफलता
रितिका जिंदल (Ritika Jindal) के लिए यूपीएससी एग्जाम की तैयारी काफी मुश्किल थी, क्योंकि इसके साथ ही उन्हें बीमार पिता की देखभाल भी करना होता था. उन्होंने इंटरव्यू में बताया था, 'मैं छोटे शहर से आती हूं और वहां बहुत सीमित बुनियादी ढांचे और संसाधन हैं. हर बार जब भी मेरे पिता की तबीयत खराब होती तो हमें उनके इलाज के लिए लुधियाना ले जाना पड़ता था और मुझे उनके साथ अस्पताल जाना पड़ता था. पिता को जिंदगी से लड़ते देखकर मुझे बहुत ताकत मिली.'