नागरिकता कानून को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शनों से भारतीय रेलवे को बड़ा नुकसान हुआ है.
Trending Photos
नई दिल्ली: नागरिकता कानून को लेकर पूरे देश में जारी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. पिछले पांच दिन से देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन जारी हैं. हिंसक प्रदर्शनों से सार्वजनिक संपत्ति को तो नुकसान हुआ है, भारतीय रेलवे को भी बड़ा नुकसान हुआ है. बंगाल और असम में ट्रेनों में आगजनी से कुल 88 करोड़ का नुकसान हुआ है.
बंगाल में प्रदर्शन के दौरान रेलवे में तोड़फोड़ के मामलों में रेलवे सिविल कोर्ट में मामला दर्ज कराएगा. सिर्फ बंगाल में नागरिकता कानून और एनआरसी पर विरोध के चलते रेलवे की 85 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है. प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों में तोड़फोड़ और आगजनी की थी. उत्तर-पूर्व में भी 3 करोड़ रुपये की रेलवे की संपत्ति का नुकसान हुआ. देशभर में प्रदर्शन से रेलवे की 100 करोड़ से ज्यादा प्रोपर्टी को नुकसान पहुंचाया गया.
ये भी देखें:
ईस्टर्न रेलवे जिसका मुख्यालय कोलकाता है. बंगाल में तोड़फोड़ करने वालो के खिलाफ 46 एफआईआर आरपीएफ ने दर्ज की हैं. बंगाल में तोड़फोड़ को लेकर 19 एफआईआर जीआरपी ने की. एक एफआईआर स्थानीय पुलिस ने दर्ज की है. साउथ ईस्टर्न रेल जोन का मुख्यालय भी कोलकाता है जिसने बंगाल में प्रदर्शन तोड़फोड़ को लेकर 11 रिपोर्ट आरपीएफ ने और 5 जीआरपी ने दर्ज की हैं. नार्थ ईस्ट फ्रंटईयर रेलवे ने असम में 3 एफआईआर दर्ज कराई है. ये एफआईआर जीआरपी ने दर्ज की है. बंगाल में रेलवे की तरफ से आरपीएफ और जीआरपी ने कुल 82 एफआईआर दर्ज की हैं.