पबजी गेम की लत की वजह से इंदौर में पढ़ाई कर रहे छात्र विकास तिवारी ने आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि विकास पबजी बंद होने की वजह से डिप्रेशन में चला गया था. उसने एक सुसाइड नोट भी लिखा है.
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इंदौरः मध्य प्रदेश के इंदौर में बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां 21 वर्षीय इंजीनियरिंग के छात्र विकास तिवारी ने पबजी गेम बंद होने की वजह से जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि पबजी गेम बंद होने का असर विकास पर इस कदर हुआ कि वह डिप्रेशन में चला गया और उसने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लिया. विकास ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है कि जिसमें उसने लिखा है कि उसे ऐसा लगने लगा था जैसे वह पागल हो गया हो.
IIT दिल्ली में हुआ था सिलेक्शन
विकास इंदौर के सिंधी कॉलोनी के बॉयज हॉस्टल में रहता था. विकास के चचेरे भाई ने बताया कि वह पढ़ाई में बेहद तेज था. मुंबई में रहते हुए उसने आईआईटी IIT की तैयारी की थी. जहां दो साल पहले उसका सिलेक्शन आईआईटी (IIT) दिल्ली में हुआ था. लेकिन मनपसंद ब्रांच नहीं मिलने के चलते उसने आईआईटी छोड़ दी और अपने घर सिंगरौली चला गया. हालांकि इस बीच विकास ने जीएसआईटीएस (GSITS)में एडमिशन लिया और पढ़ाई शुरू कर दी.
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पबजी की लगी लत
इस दौरान विकास को पबजी की लत लग गयी. वह लगातार मोबाइल पर पबजी गेम खेलता रहता था. सरकार ने जब पबजी गेम पर रोक लगाई तो विकास पर इसका बुरा असर हुआ. पबजी बंद होने की वजह से विकास डिप्रेशन में चला गया था.
4 दिन पहले ही आया था इंदौर
विकास के परिजनों के अनुसार उसने यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करने की बात कही, जिसके बाद वह अपने पिता के साथ 4 दिन पहले ही इंदौर आया था. पिता यहां पर आपने बेटे के रहने की सारी व्यवस्था करने के बाद सिंगरौली चले गए. इस बीच उसने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया.
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पढ़ाई में पिछड़ने से था परेशान
विकास के परिजनों ने बताया कि पबजी की लत के चलते वह लगातार पढ़ाई में पिछड़ रहा था और यही परेशानी उसे अंदर ही अंदर झकझोर रही थी. विकास ने अपने इस डिप्रेशन से बाहर निकलने की कोशिश भी की. कई सारी नोबेल पुस्तक भी पढ़ चुका था, पर इस डिप्रेशन से बाहर नहीं आ पा रहा था. आखिरकार उसने वह कदम उठा लिया जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था. फिलहाल इंदौर में रहने वाले परिजनों द्वारा पुलिस को सूचना देने के बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को जिला हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम करवाकर शव विकास के घर सिंगरौली भेज दिया है.
विकास का सुसाइड नोट
विकास ने अपने सुसाइड नोट में लिखा 'मम्मी-पापा मुझे माफ कर देना. मैं अंदर ही अंदर पूरी तरह से टूट चुका हूं. मुझे नहीं पता की आप लोगों से क्या कहना चाहिए. मैं तीन साल में पागल सा हो गया हूं मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा. मैं खुद से नफरत करने लगा हूं. मेरा यह कदम आप लोगों को दर्द देगा. लेकिन इस दर्द को पीछे छोड़ते हुए आपको आगे बढ़ना ही होगा और खुद को मजबूत बनाना. लेकिन मैं अब जा रहा हूं. तीनों बहनों को मेरा प्यार. हो सके तो मुझे माफ कर देना'.
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