मौसम विभाग के अनुसार इससे पहले 10 जून 1966 को शहर का अधिकतम तापमान 47.7 डिग्री दर्ज किया गया था.
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नई दिल्लीः राजस्थान से गर्म हवा आने और नमी न होने के कारण गर्मी ने ग्वालियर में 53 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. शहर में सोमवार को अधिकतम तापमान 47.8 डिग्री पर पहुंच गया है. लोगों को करीब आठ घंटे लू का सामना करना पड़ा. गर्म हवा के तेवर शाम ढलने के बाद भी ढीले नहीं पड़े. मौसम विभाग के अनुसार इससे पहले 10 जून 1966 को शहर का अधिकतम तापमान 47.7 डिग्री दर्ज किया गया था. अंचल के श्योपुर और दतिया में तापमान 47 डिग्री रहा, जो इस सीजन का सर्वाधिक है.
वहीं अगले सप्ताह बारिश की उम्मीद मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार केरल में मानसून सक्रिय हो गया है. इसके अलावा गोवा के आसपास ऊपरी हवा का चक्रवात बनेगा. जिससे नमी आएगी. इस कारण 12-15 जून को ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश हो सकती है. साथ ही ग्वालियर चंबल संभाग में एक हफ्तें पहले प्री मानसून की बारिश शुरू हो सकती है.
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साथ ही पूरी तरह से मानसून 22 जून के बाद ही आएगा, लेकिन एक हफ्ते से पहले ग्वालियर संभाग के लोगों को गर्मी से राहत नही मिलेंगी. क्योंकि जो सिस्टम बना है, उसके हिसाब से राजस्थान की और गर्म हवाएं चल रही है. जिसके कारण तापमान 45 डिग्री के पार जा रहा है. साथ ही लू चलना भी शुरू हो गयी है. वहीं डॉक्टर्स ने सलाह दी है कि हीट स्ट्रोक से बचने के लिए दोपहर में मुंह एवं सिर ढंककर ही घरों से बाहर चलें. बिना भोजन किए बाहर न जाएं.
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बता दें हर बार की ही तरह इस बार भी बुंदेलखंड में गर्मी का असर सबसे ज्यादा देखने को मिला, जिनमें छतरपुर, सागर, दमोह, खजुराहो में पारा 48 से 49 डिग्री तक रिकॉर्ड किया जा चुका है. वहीं विंध्य क्षेत्र भी गर्मी की मार से अछूता नहीं रहा. यहां भी अधिकतम तापमान 47.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.