मराठी पढ़ाइए नहीं तो अंजाम भुगतिए: महाराष्ट्र के CM ने CBSE, ICSE स्कूलों से कहा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार राज्य के सभी स्कूलों में मराठी भाषा पढ़ाना अनिवार्य बनाने के लिए एक कानून बनाएगी जिसमें आईसीएसई और सीबीएसई से संबद्ध स्कूल भी शामिल होंगे.
Written ByZee News Desk|Last Updated: Jun 21, 2019, 11:30 AM IST
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार राज्य के सभी स्कूलों में मराठी भाषा पढ़ाना अनिवार्य बनाने के लिए एक कानून बनाएगी जिसमें आईसीएसई और सीबीएसई से संबद्ध स्कूल भी शामिल होंगे. फडणवीस ने विधान परिषद को सूचित किया कि राज्य शिक्षा बोर्ड से इतर अन्य बोर्ड से जुड़े स्कूलों में मराठी भाषा पढ़ाने के लिए एक प्रावधान पहले से ही है.
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, ‘‘इसके बावजूद, यदि कुछ ऐसे स्कूल हैं जो छात्रों को मराठी भाषा नहीं पढ़ा रहे हैं तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करेंगे.’’ उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर मौजूदा कानून में संशोधन किया जा सकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य के सभी स्कूलों में मराठी भाषा पढ़ाई जाए.
मराठी की अनिवार्यता
वर्तमान में, सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशंस (सीआईएससीई) से सम्बद्ध स्कूलों में कक्षा आठवीं तक मराठी एक अनिवार्य विषय है. सीआईएससीई एक निजी बोर्ड है जो आईसीएसई (इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) परीक्षा संचालित करता है.
मुख्यमंत्री फडणवीस शिवसेना एमएलसी नीलम गोरहे के एक प्रश्न का जवाब दे रहे थे, जो राज्य बोर्ड से इतर अन्य बोर्ड के स्कूलों में मराठी भाषा की पढ़ाई अनिवार्य बनाने की स्थिति जानना चाहती थीं. उन्होंने कहा कि कई लेखकों ने इस मांग को लेकर सोमवार को दक्षिण मुम्बई के आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है कि राज्य शिक्षा बोर्ड से इतर अन्य बोर्ड से जुड़े स्कूलों में मराठी को अनिवार्य बनाया जाए.