उरी हमले के बाद एक्शन में मोदी सरकार, राजनाथ ने कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की, पाकिस्‍तान के खिलाफ आक्रामक कूटनीतिक अभियान की तैयारी
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उरी हमले के बाद एक्शन में मोदी सरकार, राजनाथ ने कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की, पाकिस्‍तान के खिलाफ आक्रामक कूटनीतिक अभियान की तैयारी

उरी में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर, खासकर उसके सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को फिर उच्‍च स्‍तरीय बैठक कर रहे हैं। ये बैठक गृह मंत्रालय में हो रही है। इस अहम बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रॉ प्रमुख, आईबी चीफ व अन्‍य अधिकारी शामिल हैं। गौर हो कि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाईलेवल मीटिंग की थी। मीटिंग में पाकिस्तान के खिलाफ रणनीति तैयार की गई।

उरी हमले के बाद एक्शन में मोदी सरकार, राजनाथ ने कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की, पाकिस्‍तान के खिलाफ आक्रामक कूटनीतिक अभियान की तैयारी

नई दिल्ली : उरी में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर, खासकर उसके सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को फिर एक उच्‍च स्‍तरीय बैठक की। गृह मंत्रालय में हुई इस अहम बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर, रॉ प्रमुख, आईबी चीफ व अन्‍य अधिकारी शामिल हुए। गौर हो कि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाईलेवल मीटिंग की थी, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ रणनीति तैयार की गई।

जानकारी के अनुसार, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उरी हमले के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव एस जयशंकर समेत शीर्ष अधिकारियों के साथ आज फिर से जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डोभाल और गृह एवं रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी, अर्धसैनिक बल और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने राजनाथ सिंह को कश्मीर घाटी की ताजा स्थिति और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी।

इस समीक्षा बैठक में विदेश सचिव की मौजूदगी इस बात का संकेत है कि सरकार पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक कूटनीतिक अभियान शुरू करने की योजना बना रही है। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने नियंत्रण रेखा और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा से घुसपैठ को रोकने के लिए अनेक कदम उठाए हैं।

गृह मंत्री और शीर्ष अधिकारियों ने पूरे देश की सुरक्षा स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। इस साल की शुरआत में यहां भी आतंकी हमला किया गया था। केन्द्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि इस समय श्रीनगर में हैं और कश्मीर की जमीनी स्थिति का आकलन कर रहे हैं।

सरकार उरी हमले की पृष्ठभूमि में एक बहुस्तरीय ओैर सामरिक प्रतिक्रिया देना चाहती है और इसके साथ ही वह पाकिस्तान को इस बारे में सबूत भी देना चाहती है कि पाकिस्तान के चिह्न वाले हथियार, खाद्य सामग्री, एनर्जी ड्रिंक्स और जीपीएस ट्रैकर लेकर आए चार आतंकवादी सीमा पार से यहां घुसे थे।

दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को घेरने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी तैयारी कर ली है। विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (यूएनजीए) के दौरान सुषमा स्वराज पाकिस्तान के चेहरे का नकाब हटाएंगी। वीके सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देने वाला देश है। वीके सिंह ने बताया कि यूएनजीए में पाकिस्तान की ओर से कश्मीर का मुद्दा उठाने का कोई मतलब नहीं है। कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है। पाकिस्तानी आतंकवाद का जवाब भारत प्रभावशाली ढंग से देगा। पीएम मोदी ने सख्त कदम उठाए हैं। दूसरी ओर पूरे देश की नजरें पीएम मोदी पर हैं कि वे इस मामले पर सख्त से सख्त कदम उठाए।

गौर हो कि कश्मीर के उरी में सैन्य ठिकाने पर भीषण आतंकी हमले के बाद भारत कार्रवाई के विकल्पों पर विचार कर रहा है और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों को तबाह करने के लिए उठती सैन्य कार्रवाई की मांग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी। इस बीच, एक और जवान की मौत के साथ आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की संख्या 18 हो गई है। सेना पर हुए इस भीषणतम हमले से देश में काफी रोष है।

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