भारत-चीन बैठक: दोनों देशों ने माना कि अच्छे रिश्तों के लिए बॉर्डर पर शांति जरूरी
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भारत-चीन बैठक: दोनों देशों ने माना कि अच्छे रिश्तों के लिए बॉर्डर पर शांति जरूरी

भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच शनिवार को दिल्ली में 22वें दौर की बातचीत हुई.

बैठक में तय हुआ कि दोनों देश अपनी-अपनी सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों के बीच आपसी संवाद बढ़ाएंगे. (फोटो: IANS)

नई दिल्ली: भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच शनिवार को दिल्ली में 22वें दौर की बातचीत हुई. भारत की तरफ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) जबकि चीन की तरफ से उनके विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) ने अपने डेलीगेशन का प्रतिनिधित्व किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच चेन्नई में हुए अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के बाद दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय ये पहली बैठक है. सीमा विवाद को शांतिपूर्वक हल करने के लिए दोनों ही देशों ने एक मैकेनिज्म तय कर रखा है. जिसके तहत भारत और चीन की तरफ से इस मुद्दे पर बात करने के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त है. ये लगातार बैठक कर दोनों देशों को ही स्वीकार्य हल निकालने की लगातार कोशिश करते हैं. इसी प्रक्रिया के तहत आज दिल्ली के हैदराबाद हाउस में बैठक हुई.

भागीदारी बढ़ाने को लेकर चर्चा
इस बैठक में दोनों ही देशों के प्रतिनिधियों ने भारत और चीन के बीच सीमा संबधी मुद्दे आपसी सहमति से हल करने और विकास को लेकर भागीदारी बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति के बीच चेन्नई में हुई दूसरी इनफॉर्मल समिट के तहत दोनों ही पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि दोनों देशों को स्वीकार्यता के हिसाब से बॉर्डर की सीमा के मुद्दे को हल किया जाए, क्योंकि दोनों ही देश के लिए यह मुद्दा बेहद अहम है और इसका समाधान भी जल्द निकालना जरूरी है जिससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत हो सकें.

आपसी संवाद बढ़ाएंगे
आपसी समझ को बेहतर करने और सीमा मुद्दे के अंतिम हल तक दोनों ही पक्ष के बीच शांति बनाये रखने को लेकर दोनों देश सहमत थे. बैठक में तय हुआ था कि सीमा पर तैनात सुरक्षाबलों के बीच दोनों देश और आपसी संवाद बढ़ाएंगे जिससे सीमा पर शांति बनी रहे. दोनों ही पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि कांफिडेंस बिल्डिंग मेजर यानी आपसी भरोसा बढ़ाने के लिए भारत और चीन अपने अपने प्रयास तेज करेंगे.

आपसी संबंधों के लिए जरूरी
दोनों देशों के समान विकास और मजबूत आपसी संबंध भारत और चीन ही नहीं, दुनिया में शांति और तरक्की के लिए जरूरी है. बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि एक दूसरे के हित और संवेदनशीलता का ख्याल आपसी संबंधों के लिए जरूरी है.

अगली बैठक कब होगी?
बैठक में भारत और चीन के बीच के मुद्दों के अलावा क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी दोनों पक्षों ने चर्चा की. वहीं, सीमा मुद्दे पर अगली बैठक कब होगी? इसको दोनों देश ही आगे मिलकर तय करेंगे.

चीन के विदेश मंत्री ने बाद में भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से भी मुलाकात की.

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