स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कश्मीर बंद, आम जनजीवन पर असर
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स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कश्मीर बंद, आम जनजीवन पर असर

कोई सार्वजनिक या निजी वाहन सड़कों पर नहीं चला. श्रीनगर शहर और दूसरे प्रमुख शहर व घाटी के कस्बे में बाजार बंद रहे. बंद के आह्वान से बारामूला और बनिहाल में रेल सेवाएं निलंबित रहीं.

अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान श्रीनगर के लाल चौक पर गश्त करते सुरक्षाकर्मी. (PHOTO : PTI/15 August, 2017)

श्रीनगर: अलगाववादी नेताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन को लेकर बंद के आह्वान से मंगलवार (15 अगस्त) को कश्मीर घाटी में जनजीवन पर प्रतिकूल असर पड़ा. हालांकि, स्वतंत्रता दिवस की वजह से यह सार्वजनिक अवकाश का दिन था. बंद के आह्वान के बावजूद ध्वजारोहण व सांस्कृतिक कार्यक्रम व परेड सहित सभी आधिकारिक कार्यक्रम घाटी में शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किए गए. हालांकि, सार्वजनिक अवकाश की वजह से शैक्षिक संस्थान, सरकारी कार्यालय, बैंक व डाक घर बंद रहे.

कोई सार्वजनिक या निजी वाहन सड़कों पर नहीं चला. श्रीनगर शहर और दूसरे प्रमुख शहर व घाटी के कस्बे में बाजार बंद रहे. बंद के आह्वान से बारामूला और बनिहाल में रेल सेवाएं निलंबित रहीं. सेल्युलर व इंटरनेट सेवाएं करीब पांच घंटे के लिए बंद रही और इन्हें जिला मुख्यालयों में आधिकारिक परेड के बाद बहाल कर दिया गया.

कश्मीर में राष्ट्रगान के सम्मान में नहीं खड़े हुए लोग, सीएम महबूबा मुफ्ती थीं मौजूद

जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में ज्यादातर लोग राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े नहीं हुए. मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा ध्वजारोहण किए जाने के बाद हालांकि उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, विधायक, एमएलसी, नौकरशाह और राजनीतिक दलों के पदाधिकारी सहित अन्य गणमान्य लोग राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े हुये. इस मौके पर मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. अठारह हजार की क्षमता वाले इस स्टेडियम में लगभग तीन हजार दर्शक ही मौजूद थे.

महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी युवकों के हाथों में बंदूकों पर जताई चिंता

जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार (15 अगस्त) को कहा कि उन्हें देश के संस्थानों पर भरोसा है और उन्होंने विश्वास जताया कि उच्चतम न्यायालय संविधान के अनुच्छेद 35ए को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर देगा. मुफ्ती ने स्पष्ट किया कि जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को यदि कोई खतरा हुआ तो सत्ता की लड़ाई या राजनीतिक विचाराधाराएं बाधक नहीं बनेंगी. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की ‘पिता तुल्य सलाह’ का पालन किया है.

मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि पाकिस्तान राज्य में हिंसा को भड़काना बंद करेगा जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता का रास्ता फिर से बन सकें. उन्होंने कहा, ‘सीमाओं पर गोलाबारी फिर शुरू हो गई. कई लोगों की जान जा चुकी हैं. कई स्कूल बंद है. कई लोगों को अपने गांवों को छोड़कर जाना पड़ा. ऐसा लम्बे समय तक कैसे चलेगा.’

VIDEO: श्रीनगर के लाल चौक पर महिला ने लगाए 'भारत माता की जय' के नारे, देखते रह गए पुलिसकर्मी

बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने इस महिला का वीडियो अपने ट्विटर पर पोस्ट किया है. उन्होंने इस महिला को कश्मीरी पंडित बताया है. वीडियो में महिला को साफ तौर पर 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारे लगाते हुए देखा जा सकता है. महिला के नारे लगाने की वजह से पुलिसकर्मी परेशान हो जाते हैं. वीडियो में  एक पुलिस कर्मी फोन पर किसी अन्य अधिकारी को इस बात की सूचना भी दे रहा है कि एक महिला लाल चौक पर इस तरह की नारे बाजी कर रही है.

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