Sunehri Masjid Delhi: लुटियंस दिल्ली में मुगल काल की सुनहरी मस्जिद को हटाने के प्रस्ताव पर टकराहट शुरू हो गई है. इसे लेकर कई मुस्लिम संगठनों ने NDMC का विरोध किया है. वहीं इस मामले में अब ओवैसी ने भी एंट्री मारी है.
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Sunehri Masjid Delhi: लुटियंस दिल्ली में मुगल काल की एक मस्जिद को हटाने के प्रस्ताव पर टकराव बढ़ता जा रहा है. मुस्लिम संगठन NDMC के प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं. वहीं अब AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी मस्जिद को हटाने के प्रस्ताव के खिलाफ आवाज उठाई है. ओवैसी ने NDMC को एक चिट्ठी लिखकर सुनहरी मस्जिद को हटाने का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि इतनी पुरानी मस्जिद को हटाना भारत की विरासत को नुकसान पहुंचाना है.
क्या है पूरा मामला?
सांसद दानिश अली ने भी NMDC के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है और कहा है कि मस्जिद का ऐतिहासिक और पुरातात्विक दोनों ही महत्व है. दरअसल NDMC ने 200 साल पुरानी सुनहरी मस्जिद को गिराए जाने के संबंध में लोगों से एक जनवरी तक सुझाव मांगे थे. ये सुझाव इलाके में ट्रैफिक जाम की शिकायत को लेकर मांगे गए थे. एनडीएमसी ने बताया कि इस संबंध में 2,000 से ज्यादा सुझाव मिले हैं. मामला सामने आने के बाद सियासत तेज हो गई. हालांकि, 1 जनवरी 2024 तक जनता अपनी राय दे सकती है, ताकि एनडीएमसी फैसला ले सके.
क्या है अपडेट?
NMDC के वाइस चेयरमैन सतीश उपाध्याय ने बताया कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए मस्जिद को हटाने का सुझाव भेजा है. इसके बाद स्टेक होल्डर और मस्जिद से जुड़े लोगों से राय ली गई, लेकिन मस्जिद को हटाने का निर्णय NMDC को नहीं लेना है. इसके लिए रिलीजियस कमेटी और हेरिटेज कमेटी को फैसला सुनाना है. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी NMDC के प्रस्ताव पर सवाल खड़े किए हैं.
ओवैसी ने NDMC को लिखी चिट्ठी
ओवैसी ने NDMC को चिट्ठी लिखकर कहा है कि सुनहरी मस्जिद NDMC से पहले की है. मस्जिद का ऐतिहासिक महत्व है. ये फैसला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. NDMC ने अपने कर्तव्यों की अनदेखी कर रहा है. NDMC का काम विरासत को संरक्षित करना है लेकिन वो धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन कर रहा है.