राजस्थान में भीलवाड़ा के मांडलगढ़ उपखण्ड की ग्राम पंचायत सरथला में भू माफियाओं का चरागाह भूमि का बड़े पैमाने पर मिट्टी का अवैध खनन कर मिट्टी को बेचा जा रहा है. एक जिससे चारागाह में बड़े-बड़े गड्ढे, भूमि उबड़ खाबड़ हो गई हैं.
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Mandalgarh: राजस्थान में भीलवाड़ा के मांडलगढ़ उपखण्ड की ग्राम पंचायत सरथला में भू माफियाओं का चरागाह भूमि का बड़े पैमाने पर मिट्टी का अवैध खनन कर मिट्टी को बेचा जा रहा है. एक जिससे चारागाह में बड़े-बड़े गड्ढे, भूमि उबड़ खाबड़ हो गई हैं.
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यह अवैध खनन सरथला पंचायत के ही एक जनप्रतिनिधि की शह पर किया जा रहा है. ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है. इस मामले में ग्रामीणों ने कई बार मांडलगढ़ तहसीलदार व विकास अधिकारी को अवगत करा कर अवैध खनन पर कार्रवाई की मांग की है.
सरथला ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय एक जनप्रतिनिधि सत्ता का दुरुपयोग कर रहा है और आए दिन अपने खुद के संसाधन से रोजाना 300 से 400 ट्रॉली मिट्टी ईट भट्टा उद्योग को बेची जा रही है. चारागाह भूमि में लगातार मिट्टी का दोहन माफियाओं द्वारा कराया जा रहा है और मोटी राशि वसूली जा रही है. ग्रामीणों का आरोप हैं कि स्थानीय पंचायत प्रशासन पर एक राजनीतिक नेता का प्रभाव होने से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे ग्रामीणों में ओर पशुपालकों में रोष व्याप्त है.
खनन माफियाओं द्वारा रोजाना जेसीबी से ट्रेक्टर ट्रॉलीयों में खुलेआम अवैध मिट्टी खनन कर धड़ल्ले से बेचान किया जा रहा है. सरथला गांव की चारागाह भूमि में दिन रात अवैध खनन कार्य बेखौफ से किया जा रहा है. वर्तमान में चारागाह भूमि के लंबे चौड़े भूभाग पर गहराई तक बड़े-बड़े गढ्ढे हो चुके हैं.
माफिया द्वारा मिट्टी का अवैध खनन कर सरकार को लाखों की चपत लगाई जा रही है. इसी के साथ किसान, ग्रामीण व पशुपालकों के सामने मवेशियों के विचरण कराने का संकट खड़ा हो गया है. ग्रामीणों ने शविवार को उच्चाधिकारियों को शिकायत प्रेषितकर चारागाह में अवैध खनन रुकवाने की मांग की है. उधर मांडलगढ़ तहसीलदार ने पटवारी ओर विकास अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी को चारागाह में अवैध खनन की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
Reporter- Mohammad Khan