Jaipur News: जवाहर कला केन्द्र का रंगायन सभागार बॉलीवुड एक्टर कुमुद मिश्रा की दमदार अभिनय का गवाह बना. आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (आवा) की ओर से आयोजित लिटररी फेस्टिवल अभिव्यक्ति सीजन 2 के समापन पर नाटक शक्कर के पांच दाने का मंचन किया गया. सोमवार को फेस्टिवल का आखिरी दिन था. इस मौके पर कई सत्र आयोजित हुए. स्कूल व कॉलेज के स्टूडेंट्स ने राजस्थानी लोक नृत्यों को पेश किया.
कार्यक्रम में मुंबई के कुमुद मिश्रा अभिनीत एवं मानव कौल लिखित व निर्देशित नाटक 'शक्कर के पांच दाने' का मंचन हुआ. मानव कौल ने इसे एकपात्री रूप से तैयार किया और जिसे कुमुद ने अपने अनुभव के साथ शानदार तरीके प्रस्तुत किया. मंचित नाटक में कुमुद मिश्रा के सहज अभिनय ने नाटक के नायक राजकुमार के जीवन में मां से जुड़ी मीठी-कड़वी मार्मिक यादें, पुंडलिक मामा की कविताएं और उन्हें भांजे के नाम पर प्रकाशक को सौंपा जाना, कविता-संग्रह छपने के लिए सिर्फ एक कविता का कम पड़ना और प्रकाशक द्वारा राजकुमार से एक कविता की मांग करना उसे किस तरह संकट में डाल देता है-इसका रोचक और सूक्ष्म प्रत्यक्षीकरण कुमुद मिश्रा ने कराया.
स्कूल के हाई-फाई दोस्त रघु का किशोर मन पर पड़ा प्रभाव, राधे नामक बूढ़े का खालीपन और डिल्यूजन में जीना-इनका अभिनेता से जुड़ाव जीवन के बहुविधा पक्षों को छूता रहा. भावनाओं और विचारों को एकसाथ झकझोरने वाले यह नाटक अभिनेता और निर्देशक का जादुई कौशल सभी को प्रभावित करता है. शक्कर के पांच दाने ने दर्शकों को एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान किया. प्रकाश-संचालन विक्रांत ठकार ने और ध्वनि-संचालन घनश्याम लालसा ने किया.