सतीश पूनिया के सवालों का जवाब नहीं दे पाए गहलोत के मंत्री, दो बार अटके फिर स्पीकर ने बैठाया
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सतीश पूनिया के सवालों का जवाब नहीं दे पाए गहलोत के मंत्री, दो बार अटके फिर स्पीकर ने बैठाया

विधानसभा में मंगलवार काे आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंदराम मेघवाल बीजेपी विधायक और प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के सवाल पर घिर गए.

सतीश पूनिया के सवालों का जवाब नहीं दे पाए गहलोत के मंत्री, दो बार अटके फिर स्पीकर ने बैठाया

Jaipur News : विधानसभा में मंगलवार काे आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंदराम मेघवाल बीजेपी विधायक और प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के सवाल पर घिर गए. सवाल का जवाब देने के दौरान मंत्री मेघवाल दो बार अटक गए, पूनिया ने तीसरा पूरक प्रश्न किया, लेकिन मंत्री जवाब नहीं दे पाए तो आसन ने अगला सवालकर्ता का नाम पुकार लिया. विधानसभा में प्रश्नकाल में बीजेपी विधायक सतीश पूनियां का प्रदेश में जनवरी 2021 से दिसम्बर 2022 की अवधि में अग्निकांड की घटनाओं को लेकर सवाल पूछा गया था. इसके साथ ही प्रभावितों को उपलब्ध कराई गई सहायता और भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों को लेकर सवाल लगाया था.

इसके जवाब में आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद मेघवाल ने कहा कि इन दो सालों में हुई आगजनी की घटनाओं में 42 मानव, 1003 पशु तथा 346 आवासीय क्षति हुई है. यह विभाग प्राकृतिकि और अज्ञात कारणों से हुई आगजनी की घटनाओं पर एसडीआरएफ नॉर्म्स के अनुसार सहायता प्रदान करता है. इन दो सालों में एसडीआरएफ नॉर्म्स के अनुसार आगजनी की घटनाओं में 288.85 लाख का भुगतान किया गया. अग्निशमन स्टेशनों पर उपलब्ध वाहन आग की घटना पर जाकर आग बुझाने का काम करते हैं.

पूनिया ने पूरक सवाल पूछा कि एसडीआरएम के नॉर्म्स क्या हैं, कितने मामले अभी भी लंबित हैं. इस पर मंत्री मेघवाल ने कहा कि भारत सरकार द्वारा 12 प्राकृतिक आपदाओं को अधिसूचित किया गया है. वहीं राज्य में आकाशीय बिजली और अंधड़ को प्राकृतिक आपदा में शामिल किया गया है. इस पर पूनियां ने कहा कि मैनें सवाल किया है कि सहायता का मापदंड क्या है. इस पर मंत्री फिर अटक गए और कहा कि विभिन्न मदों के अनुसार दी जाने वाली राशि कितनी है यही तो पूछा है.

मंत्री मेघवाल ने कहा कि मानव क्षति की होने पर चार लाख रुपए देने का प्रावधान है. इसके बाद पूनिया ने कहा कि सभापति महोदय मापदंड पूछे थे और लंबित मामले पूछे थे. मैने सिम्पल सा सवाल पूछा था. इस पर इस पर मेघवाल सकपका गए और सही जवाब नहीं दे पाए. हालांकि मेघवाल ने कहा कि पूनिया जी आप तो प्रदेश अध्यक्ष तो केंद्र सरकार से एसडीआरएफ के नॉर्म्स चेंज करवा दो हम आभार मानेंगे. इसके बाद सभापति राजेंद्र पारीक ने अगले प्रश्नकर्ता का नाम पुकार लिया.

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