हाड़ौती में तबाही, 100 प्रतिशत खराबा घोषित करे सरकार, व्यापारियों को दे मुआवजा: BJP
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हाड़ौती में तबाही, 100 प्रतिशत खराबा घोषित करे सरकार, व्यापारियों को दे मुआवजा: BJP

नेताओं ने कहा कि बाढ़ के कारण आई तबाही हाड़ौती क्षेत्र में 13215 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. करीब 6 लाख 85 हजार 230 हेक्टेयर फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई.

प्रतीकात्मक तस्वीर.

Jaipur: हाड़ौती (Hadauti) में बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) को रिपोर्ट मिल गई है. पार्टी की ओर से गठित कमेटी ने सोमवार को रिपोर्ट सौंपी. 

कमेटी ने राज्य सरकार (State Government) बाढ़ से हुए नुकसान का 100 प्रतिशत खराबा घोषित करने के साथ ही बारिश से मरने वाले लोगों के परिजनों को प्रति युनिट नहीं, प्रति व्यक्ति मुआवजा देने की मांग की है. 

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कमेटी सदस्य चंद्रकांता मेघवाल (Chandrakanta Meghwal), ओमप्रकाश भड़ाना और कन्हैया लाल चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोटा, बूंदी और बारां सहित कई इलाकों का हमने दौरा किया है. खेत पानी में डूबे हैं, किसान बर्बाद हो चुका है लेकिन सरकार ने किसी भी तरह के राहत पैकेज की घोषणा नहीं की है. व्यापारी भी बहुत बुरी स्थिति में है. दुकानें पानी मे डूब गई हैं. सरकार व्यापारियों के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा भी करें. 

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15 हजार मकान क्षतिग्रस्त, व्यापारियों का 125 करोड़ का नुकसान 
तीनों नेताओं ने कहा कि बाढ़ के कारण आई तबाही हाड़ौती क्षेत्र में 13215 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. करीब 6 लाख 85 हजार 230 हेक्टेयर फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई. इस आपदा में 40 लोगों की मौत हो गई है तथा व्यापारियों का करीब 125 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसी तरह 7650 पशुधन की भी मौत हो गई. मेघवाल ने कहा कि जिनके मकान गिरे या क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें पीएम आवास योजना में विशेष लाभ मिलना चाहिए. बूंदी के 25 डेम की हालत भी बहुत ज्यादा खराब है. 

भाजपा कमेटी ने यह भी की मांग
कमेटी में शामिल चंद्रकांता मेघवाल ने कहा कि नुकसान की जानकारी देने के लिए ऑनलाइन में 72 घंटे तथा ऑफ लाइन आवेदन के लिए सात दिन का समय दिया है. यह संभव नहीं है. सरकार सौ प्रतिशत खराबा घोषित करें ताकि न किसी डॉक्यूमेंट और न ही आवेदन की जरूरत पड़े.  पशुधन की मौत पर एफआईआर दर्ज कराने की पाबंदी हटाए.  

 

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