IPL Story: आईपीएल के पहले सीजन में शेन वॉर्न ने ऐसे अंडरडॉग टीम राजस्थान को बनाया था चैम्पियन
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IPL Story: आईपीएल के पहले सीजन में शेन वॉर्न ने ऐसे अंडरडॉग टीम राजस्थान को बनाया था चैम्पियन

IPL Story: आईपीएल के पहले सीजन में राजस्थान रॉयल्स को शुरुआत से ही अंडरडॉग माना जा रहा था, लेकिन फाइनल मुकाबले में शेन वॉर्न ने अपने बूते पूरे मैच को उलट दिया था. जिसके बाद राजस्थान चैम्पियन बनी थी.

 

IPL Story: आईपीएल के पहले सीजन में शेन वॉर्न ने ऐसे अंडरडॉग टीम राजस्थान को बनाया था चैम्पियन

Jaipur: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 16वां सीज़न शुरू होने जा रहा है. लेकिन हम आज आपको 2008 की वो कहानी बताने जा रहे हैं, जिसमें IPL को अपना पहला विजेता मिला था. ये बात है 1 जून 2008 की. जब IPL 2008 यानी कि पहले सीजन का फाइनल मुकाबला खेला गया . तब भी राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) ही ख़िताबी मुकाबले में थी. पर उसके सामने देश को टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) जिताने वाले महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) थी.

राजस्थान टीम को अंडरडॉग माना जा रहा था

राजस्थान की टीम की कप्तानी ऑस्ट्रेलिया (Australia) के लीजेंड दिवंगत शेन वॉर्न (shane warne) संभाल रहे थे. उस पूरे सीज़न में राजस्थान टीम को अंडरडॉग माना जा रहा था. उस टीम में हिटर के रूप में यूसुफ पठान (Yusuf Pathan), शेन वॉटसन, पाकिस्तानी विकेटकीपर कामरान अकमल और रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) मौजूद थे. जडेजा भी तब 19 साल के ही थे. वो बैटिंग में आज की तरह बहुत मैच्योर नहीं थे. ऐसे में बागडोर वॉटसन, यूसुफ और कामरान अकमल ने ही संभाली थी. गेंदबाजी में ज़रूर ख़ुद शेन वॉर्न (shane warne) मौजूद थे. 

अब बात उस मैच की करते हैं जिसमें चैम्पियन तय हो जाना था. चेन्नई के कप्तान धोनी (Dhoni) और शेन वॉर्न टॉस के लिए मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम (DY Patil Stadium) के बीच मैदान पर मौजूद थे. वॉर्न ने पिच का मिजाज देख कर पहले गेंदबाजी का निर्णय किया. 

राजस्थान टीम की शुरुआत बेहद ख़राब रही

मैच में 164 रनों के टारगेट का पीछा करने मैदान पर उतरी राजस्थान टीम की शुरुआत बेहद ख़राब रही. टीम ने 43 रनों पर टॉप-3 बल्लेबाजों कों गंवा दिया. ओपनर नीरज पटेल और स्वप्निल असनोदकर (Swapnil Asnodkar) के साथ कामरान भी चलते बने. इसके बाद यहां से शेन वॉटसन और यूसुफ़ पठान ने ही मोर्चा संभाल. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 46 बॉल पर 65 रनों की साझेदारी की. मैच में यूसुफ ने 39 बॉल पर 56 रनों की अर्धशतकीय (fiftie) पारी खेली. जबकि वॉट्सन ने 19 बॉल पर 28 रन ठोके.

आख़िरी ओवर में जीत के लिए 8 रनों की ज़रूरत थी

राजस्थान की टीम को आख़िरी ओवर में जीत के लिए 8 रनों की ज़रूरत थी. क्रीज पर कप्तान शेन वॉर्न और पाकिस्तानी तेज गेंदबाज सोहेल तनवीर (Sohail Tanveer) थे. आख़िरी ओवर में धोनी ने गेंदबाजी की कमान लक्ष्मीपति बालाजी (Lakshmipathy Balaji) को सौंपी. इस ओवर में एक भी बाउंड्री नहीं लग पाई. सिंगल-डबल से ही राजस्थान (Rajasthan) ने यह मैच जीत लिया. मैच को जीतने के लिए आख़िरी बॉल पर एक रन की ज़रूरत थी. यह टीम को जिताने वाला रन सोहेल तनवीर ने लिया था. मैच में गेंदबाजी और बल्लेबाजी सरे कमाल दिखाने वाले यूसुफ पठान को मैन ऑफद मैच चुना गया.

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