Rajasthan crime: इंस्टाग्राम फ्रेंड के संग मिलकर 3 सहेलियों को देह व्यापार के दलदल में धकेलने वाली थी लड़की, यू हुआ भंडाफोड़
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Rajasthan crime: इंस्टाग्राम फ्रेंड के संग मिलकर 3 सहेलियों को देह व्यापार के दलदल में धकेलने वाली थी लड़की, यू हुआ भंडाफोड़

Jaipur News: अजमेर RPF की दो महिला पुलिसकर्मियों की सतर्कता के चलते तीन नाबालिग बच्चियों की जिंदगी नर्क होने से बच गई. वहीं, गिरोह के दो शातिर सदस्य पुलिस की गिरफ्त में हैं, जिनसे लगातार पूछताछ जारी है. 

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Rajasthan News: राजधानी जयपुर की सदर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नाबालिग किशोरियों को देह व्यापार के दलदल में धकेलना वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए मध्य प्रदेश से गिरोह के दो शातिर सदस्यों को गिरफ्तार कर एक नाबालिग किशोरी को दस्तयाब किया है. हालांकि, इस पूरे प्रकरण में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अगर किसी ने निभाई तो वह अजमेर RPF की दो महिला पुलिसकर्मियों ने. दोनों महिला पुलिसकर्मियों ने तीन नाबालिग बालिकाओं को देह व्यापार के दलदल में फंसने से बचा लिया और उन्हीं की सतर्कता के चलते पुलिस गिरोह का पर्दाफाश कर पाई. 

बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गई

राजधानी के सदर थाना इलाके से 25 अगस्त को तीन नाबालिग बच्चियां अपने घर पर परिजनों को बिना बताए मोहल्ले में ही रहने वाली एक अन्य नाबालिग बालिका की बातों में आकर उसके साथ कैब में बैठकर अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंच गई. तीनों बच्चियों को अपने साथ लेकर आने वाली नाबालिग किशोरी ने बच्चियों को भोपाल व आसपास के क्षेत्र में घुमाने का झांसा देते हुए अजमेर रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया और अपने एक परिचित आलोक का नंबर देकर उसके द्वारा भोपाल में उन्हें रिसीव करने की बात कही. इसके बाद किशोरी तीनों बच्चियों को अजमेर से भोपाल ट्रेन से जाने का किराया देकर खुद 2 से 3 दिन बाद भोपाल आने की बात कह कर वहां से चली गई. तीनों बच्चियां अजमेर रेलवे स्टेशन पर टिकट विंडो के बारे में लोगों से पूछते हुए घूम रही थी, तभी आरपीएफ की महिला कांस्टेबल पिंकी जाट और हंसा कुमारी की नजर उन पर पड़ी. परिजनों के बिना तीन बच्चियों को स्टेशन पर घूमता देखा पिंकी और हंसा ने तीनों को रोका और उनसे पूछताछ की. 

परिजनों को दी जानकारी

महिला पुलिसकर्मियों द्वारा जब तीनों बच्चियों से जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि उन्हें एक अन्य किशोरी भोपाल जाने के लिए स्टेशन पर छोड़कर गई है और आलोक नाम के लड़के का नंबर भी देकर गई है. दोनों महिला पुलिसकर्मियों की सजगता के चलते तीनों बच्चियों को अजमेर में ही रोका गया और उनके परिजनों को इसकी जानकारी दी गई. इसके बाद परिजन अजमेर पहुंचे और बच्चियों को अपने साथ जयपुर लेकर आए. 

गिरोह में शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाने में जुटी पुलिस

वहीं, सदर थाना पुलिस ने प्रकरण में जब जांच करना शुरू किया और उस नाबालिग किशोरी को दस्तयाब कर उससे पूछताछ की, जिसने तीनों बच्चियों को भोपाल जाने के लिए अजमेर रेलवे स्टेशन पर छोड़ा था. तब उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह करीब पांच माह पहले ग्वालियर में आलोक नाम के व्यक्ति से इंस्टाग्राम के जरिए संपर्क में आई थी. आलोक विदिशा मध्य प्रदेश में चंचल सोनी नामक एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर देह व्यापार के लिए लड़कियां बुलाने और उन्हें होटल पर सप्लाई करने का काम करता था, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सबसे पहले मध्य प्रदेश में पुलिस टीम भेज कर आलोक कुमार को गिरफ्तार किया और फिर उसकी निशान देगी पर चंचल सोनी उर्फ विनोद को गिरफ्तार किया गया. फिलहाल, प्रकरण में पुलिस की जांच जारी है और गिरोह में शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. 

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