जयपुर-भीलवाड़ा और सीकर-लुहारू हाइवे से फास्टटैग शुरू, साल के आखिर तक जुड़ेंगे 8 हाइवे
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जयपुर-भीलवाड़ा और सीकर-लुहारू हाइवे से फास्टटैग शुरू, साल के आखिर तक जुड़ेंगे 8 हाइवे

Jaipur News: राजस्थान में नेशनल हाइवे की तर्ज पर अब स्टेट हाइवे पर भी लोगों से ऑनलाइन टोल टैक्स वसूला जाएगा. फास्ट टैग के जरिए ये टोल वसूला जाएगा. इसकी शुरूआत जयपुर और सीकर में बने स्टेट हाइवे पर बने टोल प्लाजा से होगी.

जयपुर-भीलवाड़ा और सीकर-लुहारू हाइवे से फास्टटैग शुरू, साल के आखिर तक जुड़ेंगे 8 हाइवे

Jaipur News: राजस्थान में नेशनल हाइवे की तर्ज पर अब स्टेट हाइवे पर भी लोगों से ऑनलाइन टोल टैक्स वसूला जाएगा. फास्ट टैग के जरिए ये टोल वसूला जाएगा. इसकी शुरूआत जयपुर और सीकर में बने स्टेट हाइवे पर बने टोल प्लाजा से होगी और उसके बाद इसी साल के अंत तक ये 8 दूसरे स्टेट हाइवे पर भी शुरू किया जाएगा. 

सार्वजनिक निर्माण विभाग के मंत्री भजन लाल जाटव ने आज इस प्रक्रिया को शुरू करने के निर्देश दिए है. राजस्थान स्टेट रोड डवलपमेंट एंड कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (आरएसआरडीसी) के ऑफिस में 100 किलोवॉट के रूफटॉप सोलर पैनल के उद्घाटन समारोह पर मंत्री जाटव ने बताया कि सरकार लोगों को बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास कर रही है. 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेहतर सड़कों के लिए टैक्स जरूरी है. इसलिए टोल टैक्स भी जनता के लिए देना जरूरी है. उन्होंने कहा कि आज गुजरात और एमपी में राजस्थान से अधिक टोल हैं, लेकिन फिर भी राजस्थान का रोड नेटवर्क उनसे कहीं ज्यादा बेहतर है. उन्होंने कहा कि हम लोगों की सुविधा और उनका समय बचाने के लिए नेशनल हाइवे की तर्ज पर स्टेट हाइवे पर भी फास्ट टैग सिस्टम शुरू करने जा रहे है. 

इसकी शुरूआत जयपुर और सीकर में बने हाइवे से होगी. जयपुर से भीलवाड़ा (वाया फागी, मालपुरा) वाले स्टेट हाइवे और सीकर से लुहारू वाया झुंझुनूं हाइवे पर इलेक्ट्रॉनिक टोल सिस्टम लगाए जा रहे है, जहां से फास्ट टैग की तरह लोगों से टोल वसूला जाएगा. इसके बाद 8 दूसरे हाइवे के लिए हमने टेण्डर कर दिए है, जिन पर जल्द ही टोल सिस्टम कैश वसूली के बजाए ऑनलाइन होगा. 

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इसमें जोधपुर-ओसिया-फलौदी, मेड़ता-रास रोड, अलवर-बहरोड-नारनौल, जहाजपुर-मांडलगढ़, डबोक-मावली-कपासन, नसीराबाद-केकड़ी-देवली, डूंगरगढ़-सरदारशहर-राजगढ़ और हनुमानगढ़-सूरतगढ़ रोड शामिल है. आरएसआरडीसी के चीफ इंजीनीयर संदीप माथुर ने बताया कि इस सिस्टम के शुरू होने से लोगों को दूसरा फास्ट टैग कार्ड अलग से बनवाने की जरूरत नहीं है, जो वर्तमान में गाड़ियों पर कार्ड लगा है उसी से पैसा कटेगा.

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