Trending Photos
Jodhpur: जोधपुर के फलोदी विधानसभा के बाप क्षेत्र में बड़ी सिड गांव में सोलर प्लांट निर्माण के दौरान बड़ी संख्या में काटे गए, खेजड़ी के पेड़ों को लेकर पर्यावरण प्रेमियों ने सर्व समाज के बैनर तले विशाल आंदोलन किया गया है. 17 जून से फलोदी मुख्यालय स्थित अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने धरने में हजारों पर्यावरण प्रेमियों ने संतों के नेतृत्व में भाग लिया. इस दौरान बणी धाम चूरू के स्वामी कृपाचार्य ने कहा कि समय पर हमारी मांग नहीं मानी गई तो, हम अपना बलिदान तक देने से नहीं चूकेंगे. अखिल भारतीय विश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया ने भविष्य में खेजड़ी नहीं काटने,काटे गए पेड़ों की जगह 10 गुना पेड़ लगाने, कंपनियों के 30 प्रतिशत भाग को ग्रीन जोन के रूप में विकसित करने,पेड़ काटने के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने, पेड़ काटने में मिलीभगत करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई सहित कई मांगे प्रशासन से की जा रही हैं.
पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि अगर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई तो इस आंदोलन को देशव्यापी बनाया जाएगा. जीवरक्षा सभा के शिवराज जाखड़, प्रधान प्रतिनिधि भागीरथ तेतरवाल एवं शिवप्रकाश ढाका ने भी इस दौरान अपनी बात रखी. शिवराज जाखड़ ने कहा कि खेजड़ी के हजारों पेड़ों को काटकर उन्हें जमींदोज कर दफना दिया गया, जो विश्नोई समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि समय रहते प्रशासनिक कार्रवाई हो अन्यथा 363 का इतिहास पुनः दोहराने जैसे हालात पैदा हो जायेगें. भंवरी विश्नोई के नेतृत्व में महिलाओं ने भी धरने में भाग लिया. महिला शक्ति का नेत्रत्व कर रही भंवरी विश्नोई ने कहा कि 1730 में मां अमृतादेवी ने बलिदान की शुरुआत की थी और आज हम भी आंदोलन में साथ हैं. धरना स्थल पर रात में जागरण का आयोजन किया गया. अब तक प्रशासन से विश्नोई समाज की वार्ता विफल रही हैं.
यह भी पढ़ें - वॉटर ट्रेन परिवहन फ्री करने की केंद्र से की थी मांग, लेकिन नहीं हुई मांग पूरी- महेश जोशी
आठ जनों ने शुरू किया आमरण अनशन
धरना स्थल पर पर्यावरण प्रेमियों की एक भी मांग नहीं माने जाने पर विश्नोई संत योग गुरु लालदास धवा, राजेश ईशरवाल धवा, मुकेश खारा बीटीएफ, महिराम सियाग जांबा, सूरजाराम सियाक लोहावट, मनीष साहू हिंगोली भोपालगढ़, सुरेश खीचड़ नवनीतपुरा व जगराम मांजू झिपासनी ने आमरण अनशन शुरू किया हैं. इस दौरान स्वामी बलदेवानंद महाराज, स्वामी बालकृष्ण जांबा, स्वामी लालदास, शिवरात तेतरवाल, राणाराम नैण, भंवरलाल खीचड़ सरपंच, कैलाश साहू, लेखराज लोल, कुलदीप सुरपुरा, भजनलाल ईशरवाल, रमेश खारा, महेश डारा, हरि डारा, विजय नोखड़ा , भगवानाराम मांजू, भजनाराम धीराणी, ओमप्रकाश जांगू व श्याम काछबाणी सहित सैकड़ों की संख्या में पर्यावरण प्रेमी मौजूद रहें. आंदोलन को लेकर पुलिस और प्रशासन भी मुस्तैद रहा.
अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें