बारां (Baran News) जिले के अंता कृषि विज्ञान केंद्र में लगा यह आम का अनोखा पौधा अपने-आप में बेहद ही खास है. गर्मियों की बजाय सर्दियों में इस पेड़ पर करीब 1 इंच के आम लगे हुए है.
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Baran: आम के आम, गुठलियों के दाम कहावत तो सबने सुनी ही होगी लेकिन राजस्थान (Rajasthan) के बारां जिले में यह कहावत उल्टी नजर आ रही है. सुनने में थोड़ा अजीब जरुर लगेगा लेकिन जिले में आम के आम और पत्तों के भी दाम देखने को मिल रहा है.
बारां (Baran News) जिले के अंता कृषि विज्ञान केंद्र में लगा यह आम का अनोखा पौधा अपने-आप में बेहद ही खास है. गर्मियों की बजाय सर्दियों में इस पेड़ पर करीब 1 इंच के आम लगे हुए है, जो गूदेदार होने के साथ-साथ आचार के लिए भी एकदम शानदार है.
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क्या है खासियत विलुप्त होती आम की इस किस्म की
दरअसल यहां आम की एक जंगली किस्म है जिसका नाम पॉन्ड्स मेंगीफेरा है और इस पौधे की खासियत यह है कि इस पेड़ की पत्तियां भी आम की तरह ही स्वाद देती है. साथ ही इस पर लगे छोटे-छोटे आम के फल अचार के लिए बेहद ही खास होते है. इस पेड़ के पत्तों को पीसकर चटनी भी बनाई जा सकती है और पत्तों को चबाकर आम का भी स्वाद लिया जा सकता है. इस विलुप्त होते आम की इस किस्म का अंता के कृषि विज्ञान केंद्र (Krishi Vigyan Kendra) में लगा यह इकलौता पेड़ है. कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा अब इसके संरक्षण (Protection) को लेकर काम किया जा रहा है.
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क्या कहना है वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक का
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक (Senior Scientist) और अध्यक्ष डॉ डी के सिंह (Dr DK Singh) इस पेड़ के संरक्षण में लगे हुए है. वह इस पेड़ पर लगे इस वर्ष पहली बार आए 32 फलों से आम के पौधे तैयार करेंगे, जिससे इस किस्म के आम के पेड़ को बढ़ावा और संरक्षण मिलेगा. इस आम के खास पेड़ से सर्दियों में भी आम का मजा लिया जा सकता है.