Kota: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) से पीड़ित बच्चे के माता-पिता ने गुहार लगाई है कि उसका इलाज करा दें क्योंकि बच्चे के इलाज में करोड़ों रुपये की रकम लगेगी, जो माता-पिता के लिए संभव नहीं है.
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Kota: 11 साल का बच्चा अरीत एक दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (Spinal-Muscular-Atrophy) का शिकार है. जेनेटिकली डिजीज ने अरीत को लाचार बना दिया है. माता-पिता जन्म से ही अपने बेटे के इलाज के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन अब वे भी थक-हार गए हैं.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) से पीड़ित बच्चे के माता-पिता ने गुहार लगाई है कि उसका इलाज करा दें क्योंकि बच्चे के इलाज में करोड़ों रुपये की रकम लगेगी, जो माता-पिता के लिए संभव नहीं है.
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कोई हार्ड फूड भी नहीं खा सकता है अरीत
अरीत ना चल सकता है और ना ही अपने काम खुद करने की शक्ति. यहां तक कि कोई भी हार्ड फूड भी नहीं खा सकता. पढ़ने में होनहार अरीत की मां डॉ. अनुप्रिया निवाई के वनस्थली विद्यापीठ में अस्सिटेंट प्रोफेसर हैं. लंबे समय से अपने बच्चे के इलाज की हर संभव कोशिश कर रहे हैं. मां-बाप अब हार चुके हैं क्योंकि अपने जीवन की पूरी पूंजी अपने बेटे के इलाज में लगा चुके हैं कि शायद उनका बेटा ठीक हो जाए.
अरीत को लेकर उसके मम्मी-पापा कोटा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के पास पहुंचे और अरीत की बीमारी के बारे में पूरी जानकारी दी. अरीत को देख लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला खुद कुर्सी से खड़े हो गए और अरीत से बिरला ने काफी देर तक बातचीत भी की. इसके बाद बिरला ने भी आश्वासन दिया है कि वह अपनी तरफ से हर संभव कोशिश करेंगे कि किसी भी तरह से बच्चे का इलाज हो सके.
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क्या कहना है अरीत के मां-बाप का
अरीत के मां बाप ने बताया कि बच्चे के इलाज में अब करोड़ों रुपये की रकम लगेगी. महंगे-महंगे इंजेक्शन हैं, जो लाखों के हैं. अब वे अपने बच्चे का इलाज कराने में लाचार हैं.
16 करोड़ से ज्यादा की रकम इलाज में लगेगी
अरीत के उपचार में 16 करोड़ से ज्यादा की रकम लगनी है, जो किसी सामान्य व्यक्ति के लिए संभव भी नहीं है लेकिन अब माता-पिता को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मिलने के बाद एक उम्मीद जगी है क्योंकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हर संभव मदद का भरोसा इस बच्चे के इलाज के लिए उसके परिवार को दिया है.