सुमेधानंद सरस्वती ने बताया हार का कारण, बोले- राहुल कस्वां की टिकट काटना पड़ा भारी
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2303135

सुमेधानंद सरस्वती ने बताया हार का कारण, बोले- राहुल कस्वां की टिकट काटना पड़ा भारी

Sikar News: सुमेधानंद सरस्वती ने मीडिया से कहा कि हमारी हार में पहले चरण में चुनाव में अग्निवीर को हम ढंग से समझा नहीं पाए, इसके कारण अग्निवीर भी हार का कारण रहा तो वहीं, राहुल कस्वां की चूरू से टिकट कटना पार्टी को भारी पड़ा. इसके साथ राजपूत की नाराजगी भी हार का कारण रही.

sikar news - zee rajasthan

Sikar News: लोकसभा चुनाव में सीकर से भाजपा की टिकट पर तीसरी बार चुनाव लड़े. लगातार दो बार जीत के बाद तीसरी बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा. सुमेधानंद ने हार के कारणों का खुलासा किया है. 

सुमेधानंद सरस्वती ने मीडिया से कहा कि हमारी हार में पहले चरण में चुनाव में अग्निवीर को हम ढंग से समझा नहीं पाए, इसके कारण अग्निवीर भी हार का कारण रहा तो वहीं, राहुल कस्वां की चूरू से टिकट कटना पार्टी को भारी पड़ा. इसके साथ राजपूत की नाराजगी भी हार का कारण रही. राजपूत घर से ही नहीं निकले. कांग्रेस ने अनुसूचित जाति के वोटर्स में भ्रम फैला दिया. 

इसके अलावा अन्य विषयों पर भी सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि कई कारण जो है, सीकर से हार के कारण बने. राहुल कस्वां की टिकट काटने का चूरू ही नहीं बल्कि सीकर, झुंझुनूं और नागौर में भी असर पड़ा है. इसी वजह से हम 4 सीटों पर हार गए. सुमेधानंद ने सीकर में हार के लिए अग्निवीर याेजना भी फैक्टर बताया.सुमेधानंद ने कहा कि वसुंधरा राजे चुनावों में सक्रिय रहती तो फायदा मिलता. 

2024 का लोकसभा चुनाव हुआ, उससे 10 साल पहले हमने 10 हजार करोड़ की योजनाएं लागू की लेकिन हम प्रधानमंत्री की ओर से लागू सम्मान निधि योजना, मकान बनाने की योजना को धरातल पर नहीं पहुंचा पाए. कार्यकर्ता लोगों तक बात नहीं पहुंचा पाए. जब मैं सांसद बना तो दिल्ली तक एक ही ट्रेन थी. जयपुर भी एक ट्रेन दो चक्कर लगाती थी. अब 52 ट्रेन चल रही है. दूरंतों जैसी ट्रेन चल रही है. हम लोगों तक अपनी योजनाओं का प्रचार नहीं कर पाएं. 

अग्निवीर स्कीम में पहले ही कुछ संशोधन होते तो लाभ मिलता. राहुल कस्वां की टिकट काटी उसका लोगों में गहरा रिक्शन हुआ. केवल चूरू ही नहीं बल्कि सीकर से लेकर झुंझुनूं व नागौर में भी असर पड़ा है. इसके अलावा राजपूतों की नाराजगी भी थी जिसके चलते वे घरों से नही निकले. कांग्रेस ने अनुसूचित जाति के वोटर्स में भ्रम फैला दिया जिससे भी नुकसान हुआ. किसान आंदोलन का भी थोड़ा असर रहा यहां से कुछ ही कॉमरेड आंदोलन में गए थे.

Trending news