RSS Chief Mohan Bhagwat news: विजयादशमी के शुभ अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने शस्त्र पूजा की और करोड़ों स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए दुनियाभर के हुिदुओं के नाम बहुत जरूरी संदेश भेजा है.
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RSS Dussehra rally 2024: महाराष्ट्र के नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय में विजयादशमी का कार्यक्रम बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस खास मौके पर स्वयंसेवकों ने पथ संचलन किया. खुद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शस्त्र पूजन किया. विजय दशमी के मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत आज स्वयंसेवकों को संबोधित किया है. अपने संबोधन में भागवत ने दुनियाभर के हिंदुओं से एकजुट होने की अपील की है. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं की हालत और भारत के खिलाफ फैलाए जा रहे नैरेटिव को समझाते हुए कहा, 'आज के जमाने में दुर्बल और असंगठित रहना अपराध है, इसलिए खुद को बचाने के लिए संगठित रहना जरूरी है'.
#WATCH | Nagpur, Maharashtra | #VijayaDashami | RSS chief Mohan Bhagwat says, "What happened in our neighbouring Bangladesh? It might have some immediate reasons but those who are concerned will discuss it. But, due to that chaos, the tradition of committing atrocities against… pic.twitter.com/KXfmbTFZ5D
— ANI (@ANI) October 12, 2024
नागपुर के रेशिमबाग मैदान में सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर कार्यक्रम की शुरुआत हुई. वार्षिक संबोधन के दौरान संघ प्रमुख देश के कई मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे. विजय़दशमी के शुभ अवसर पर देश के करोड़ों स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजा की.
1. बांग्लादेश से कोई बैर नहीं. बांग्लादेश को कौन भड़का रहा है, सब जानते हैं.
2. बांग्लादेशी हिंदुओं की हालत खराब है. जहां-जहां हिंदू वहां बंटाधार हुआ.
3. हिंदुओं को संगठित रहना होगा. संस्कार का निर्माण भी जरूरी.
4. समाज की समस्याओं को सुधारना जरूरी.
5. मनीषियों ने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया. (जाति के आधार पर न बंटे...एकजुट रहें)
6. वसुधैव कुटुंबकम को दुनिया मान रही है.
7. कई शक्तियां भारत विरोधी ऐसे में दुर्बल और असंगठित रहना अपराध.
पूर्व इसरो चीफ मुख्य अतिथि
इस समारोह में इसरो के पूर्व प्रमुख राधाकृष्णन को मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हो रहे हैं. 1925 में आरएसएस की स्थापना डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार ने दशहरा के दिन की थी. हर साल संघ के स्वयंसेवक विजयादशमी का पर्व इसी तरह से बड़ी धूमधाम के साथ बड़े हर्ष और उल्लास से मनाते हैं. ये संघ का सबसे अहम कार्यक्रम है.