Trending Photos
नई दिल्ली: महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में क्या कुछ नया पक रहा है? यह सवाल खड़ा हुआ है राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के आवास पर हुई डिनर पार्टी में जुटे नेताओं को देखकर. इस रात्रिभोज में तमाम पार्टियों के नेता मौजूद रहे, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी शामिल हैं. दरअसल, महाराष्ट्र के विधायकों के लिए मंगलवार को दिल्ली में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर भोज का आयोजन किया गया था.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) पर की गई करवाई से भाजपा और शिवसेना आमने-सामने हैं. ऐसे में राउत और BJP नेताओं का एक पार्टी में आना कई अटकलों को जन्म देता है. बता दें कि राउत लगातार केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी पर हमलावर रहे हैं. शरद पवार के आवास पर आयोजित डिनर में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) भी पहुंचे.
Union Minister Nitin Gadkari, Shiv Sena leader Sanjay Raut & Maharashtra MLAs (of any party) reach NCP leader Sharad Pawar's residence for dinner. pic.twitter.com/bA54cQUTcf
— ANI (@ANI) April 5, 2022
ये भी पढ़ें -यूपी में अब 12 शहरों के बदलेंगे नाम! जानिए कहीं आपका जिला तो इस लिस्ट में नहीं
दूसरे शब्दों में कहें तो इस रात्रिभोज में महाराष्ट्र का सत्ताधारी दल और विपक्ष एक साथ नजर आया. पवार के इस भोज में एनसीपी, शिवसेना, कांग्रेस और भाजपा के विधायकों को भी आमंत्रित किया गया था. इस हिसाब से भोज में चारों पार्टियों के विधायक और कुछ चुनिंदा सांसद शामिल हुए. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सांसद संजय राउत, सुप्रिया सुले, सुनील तटकरे, डॉ. फौजिया खान, विनायक राउत, श्रीनिवास पाटिल, डॉ. अमोल कोल्हे, श्रीकांत शिंदे, ओमराजे निंबालकर डिनर पार्टी में उपस्थित थे.
नई दिल्ली में पवार के 6,जनपथ स्थित आवास पर रात्रिभोज में विधान सभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल, विधान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. नीलम गोरहे, कृषि मंत्री दादाजी भूसे, रोहित पवार, अदिति तटकरे, सुनील शेल्के, जीशान सिद्धिकी, अनिकेत तटकरे, डॉ. प्रज्ञा सातव और भाजपा विधायक भी मौजूद रहे. इससे पहले रविवार देर रात BJP नेता नितिन गडकरी ने राज ठाकरे से मुलाकात की थी. वैसे तो इस मुलाकात को निजी ही करार दिया गया, लेकिन महाराष्ट्र सरकार की आलोचना कर रहे राज से गडकरी की मिलने के बाद कयासबाजियों का दौर जरूर शुरू हो गया है.