पंजाब के इस जिले में गंदा पानी पाने को मजबूर लोग, सरकार नहीं दे रही कोई ध्यान
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पंजाब के इस जिले में गंदा पानी पाने को मजबूर लोग, सरकार नहीं दे रही कोई ध्यान

पंजाब के अन्य जिलो की तरह पंजाब के फाजिलका मे कैमिकल का जहरीला गंदा पानी लोग पीने और खेतों को लगाने को मजबूर हो रखे हैं. 

फाइल फोटो.

चंडीगढ़/तपिन मल्होत्रा: पंजाब के अन्य जिलो की तरह पंजाब के फाजिलका मे कैमिकल का जहरीला गंदा पानी लोग पीने और खेतों को लगाने को मजबूर हो रखे हैं. हालात ये हैं कि घर घर लोगों को कैंसर, काला पीलिया जैसी खतरनाक बीमारियां हो रही है,, विभाग और सरकार आंख मूंद कर सो रहा है. पंजाब के गंधले और जहरीले हो रहे पानियो की सच्ची तस्वीर जी मीडिया लगातार अपने पाठकों को दिखाता रहा है कि कैसे कानून की धज्जियां उड़ा पंजाब के पानी को गंदा किया जा रहा है. इस बार टीम पहुंची फाजिलका के गांव आवा. जहां की भयानक तसवीर देख हर कोई दंग रह जाए.

फाजिलका मे दरजनो गंदे नाले सीधे सेम नालो मे फैंके जा रहे है जिसके कारण गंदी बदबू और हवा मे कैमिकल फैलने से लोगों को सकिन पराबलम सहित गंभीर बीमारियां लग रही हैं. इसी जहरीले कैमिकल और झाग वाले पानी को लोग पीने और खेतो मे लगाने को मजबूर हैं. किसान विक्रम आहूजा ने बताया कि उसने 40 आरटीआई मे पता करवाया कि पानी पीने के लिए तो दूर खेतो मे लगाने के लायक नही रहा.

पानी का लेवल 70 बीओडी और 4800 टीडीएस तक पहुंच चुका है. यानी कि पानी न तो पीने के लायक है न ही खेतों मे लगाने के लायक है. सरकारी विभाग (इओ) रजनीश वर्मा भी कोई संतुष्ट जवाब नही दे पाए और गोलमोल जवाब देते नजर आए. वहीं सरकार के 'पानियो के राखे मुख्यमंत्री कैपटन अमरिंदर सिंह' जैसे नारे भी खोखले साबित हुए.

लोग पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी गुहार लगा रहे है कि कैंसर के अस्पताल खोलने से बेहतर है कि एसटीपी दुरुस्त करने के साथ विभाग पर नकेल कसें. 

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