Twin Tower Demolition: ट्विन टावर के गिरते ही रोने लगे चेतन और उनकी टीम, किया बड़ा खुलासा, सताए जा रहा था ये सवाल
Advertisement
trendingNow11324056

Twin Tower Demolition: ट्विन टावर के गिरते ही रोने लगे चेतन और उनकी टीम, किया बड़ा खुलासा, सताए जा रहा था ये सवाल

Twin Tower Demolition: चेतन दत्ता ने बताया कि यह विस्फोट 100 प्रतिशत सफल रहा. इस ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था.

Twin Tower Demolition: ट्विन टावर के गिरते ही रोने लगे चेतन और उनकी टीम, किया बड़ा खुलासा, सताए जा रहा था ये सवाल

Twin Tower Demolition News: सुपरटेक ट्विन टावर्स ब्लास्ट भारत की ऐतिहासक घटनाओं में दर्ज हो चुका है. अवैध संरचना को ध्वस्त करने का ये देश का अब तक का सबसे सबसे बड़ा और नियंत्रित विस्फोट था. ट्विन टावर को ध्वस्त करने में अहम भूमिका निभाने वाले एडिफिस इंजीनियरिंग के अधिकारी चेतन दत्ता ने बताया कि यह विस्फोट 100 प्रतिशत सफल रहा. इस ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था. ट्विन टॉवर के ध्वस्त होते ही चेतन दत्ता और उनकी टीम रोने लगी थी. उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे.

क्या बोले चेतन दत्ता

दत्ता ने कहा कि विध्वंस के बाद वह अपनी टीम के चार अन्य अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर गए और राहत और खुशी में रोने लगे. उन्होंने कहा कि विध्वंस 100% सफल रहा. पूरी बिल्डिंग को गिराने में 9-10 सेकेंड का समय लगा. मेरी टीम में 10 लोग थे, 7 विदेशी विशेषज्ञ और 20-25 लोग एडिफिस इंजीनियरिंग से थे. दत्ता ने कहा कि विध्वंस के लिए चेतावनी सायरन बजने के बाद उन्होंने और उनकी टीम के सदस्यों ने एक दूसरे से एक शब्द भी नहीं कहा. दत्ता ने कहा कि उन्हें यह डर सता रहा था कि कहीं कोई नुकसान न हो. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और सबकुछ योजना के अनुसार हुआ.

ट्विन टावर के गिरते ही मौके पर पहुंचे चेतन

चेतन ने कहा कि मैंने ब्लास्ट रिमोट का बटन दबाने के ठीक बाद नीचे आने वाले ट्विन टावर पर एक नजर डालने के लिए अपना सिर उठाया. जब सब कुछ धराशायी हो गया, तो मैंने और मेरी टीम ने धूल और धुएं के बादल के छंटने का इंतजार नहीं किया. हम एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के पास के हाउसिंग सोसाइटियों की जांच के लिए पहुंचे.

नहीं हुआ कोई नुकसान

उन्होंने कहा कि पास की ऊंची इमारतों को कोई नुकसान नहीं हुआ. हालांकि दत्ता ने एटीएस विलेज परिसर की एक दीवार का उल्लेख किया जिसमें मामूली दरार आई थी. दत्ता ने कहा कि सब कुछ सुरक्षित है और हमारी योजना के अनुसार ही हुआ. उन्होंने कहा कि वो और उनकी टीम ट्विन टावरों से केवल 70 मीटर दूर थी जब ब्लास्ट हुआ.

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news