Umesh Pal murder Case Investigation: साबरमती जेल में अतीक ने खुद फेसटाइम एप का इस्तेमाल. अशरफ भी बरेली जेल में रहकर इस ऐप का इस्तेमाल कर रहा था. दोनों ने आईफोन के फेसटाइम ऐप के जरिए शूटरों से की थी बातचीत.
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Umesh Pal murder Case News: उमेश पाल हत्याकांड को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक आईफोन के फेसटाइम ऐप पर हत्या की साजिश रची गई थी. माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने जेल से रची थी हत्या की साजिश रची थी. वहीं दूसरी और यह भी कहा जा रहा है कि अतीक गिरोह के खिलाफ एसटीएफी ने बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली है.
जांच में जुटी एसटीएफ और क्राइम ब्रांच को अहम जानकारी मिली है कि अतीक और अशरफ ने आईफोन के फेसटाइम ऐप के जरिए शूटरों से की थी बातचीत. सभी शूटरों ने आईफोन के फेसटाइम ऐप इस्तेमाल किया था.
बताया जा रहा है कि साबरमती जेल में अतीक ने खुद फेसटाइम एप का इस्तेमाल. अशरफ भी बरेली जेल में रहकर इस ऐप का इस्तेमाल कर रहा था.
बेहद सुरक्षित माना जाता है यह ऐप
आईफोन के फेसटाइम ऐप को बेहद सुरक्षित माना जाता है. इस ऐप की बातचीत को ट्रेस करना या रिकॉर्ड करना मुश्किल माना जाता है.
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के अहम गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
अतीक गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी
इस बीच सूत्रों के हवाले से यह भी सूचना मिली है कि एसटीएफ ने माफिया अतीक अहमद के 34 गुर्गों की लिस्ट तैयार की है. अतीक गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई का खाका एसटीएफ ने तैयार किया है.
34 गुर्गों की क्रिमिनल हिस्ट्री जुटाई गई है जिसके आधार पर एसटीएफ इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. अतीक गिरोह के गुर्गों को पूर्व में मिली जमानत को निरस्त कराया जाएगा. अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर कुर्की के साथ ध्वस्तीकरण की भी कार्रवाई होगी.
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