जिनके दो से अधिक बच्‍चे हों, उनको मताधिकार और सरकारी नौकरी नहीं दी जानी चाहिए: रामदेव
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जिनके दो से अधिक बच्‍चे हों, उनको मताधिकार और सरकारी नौकरी नहीं दी जानी चाहिए: रामदेव

बढ़ती जनसंख्‍या को देखते हुए इस तरह के एक्‍शन की जरूरत पर रामदेव ने बल दिया.

योग गुरु रामदेव ने कहा, ''ऐसे लोगों को चुनाव नहीं लड़ने देना चाहिए. सरकारी स्‍कूलों में दाखिला नहीं देना चाहिए. सरकारी अस्‍पताल में उपचार और सरकारी नौकरियां नहीं मिलनी चाहिए.''(फाइल फोटो)

अलीगढ़: अक्‍सर बढ़ती जनसंख्‍या पर चिंता जाहिर करने वाले योग गुरु रामदेव ने कहा है कि जिनके दो से अधिक बच्‍चे हों, उनको मताधिकार और सरकारी नौकरी नहीं दी जानी चाहिए. बढ़ती जनसंख्‍या को देखते हुए इस तरह के एक्‍शन की जरूरत पर यहां बुधवार को बोलते हुए रामदेव ने कहा, ''देश की आजादी को नियंत्रित करने के लिए ऐसे लोगों को मताधिकार, सरकारी नौकरी और सरकारी मेडिकल सुविधा नहीं दी जानी चाहिए जिनके दो से अधिक बच्‍चे हों. चाहें वे हिंदू हों या मुसलमान. इसके बाद ही जनसंख्‍या पर अंकुश लगाया जा सकेगा.''

इसके साथ ही योग गुरु रामदेव ने कहा, ''ऐसे लोगों को चुनाव नहीं लड़ने देना चाहिए. सरकारी स्‍कूलों में दाखिला नहीं देना चाहिए. सरकारी अस्‍पताल में उपचार और सरकारी नौकरियां नहीं मिलनी चाहिए.''

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ये पहली बार नहीं है योग गुरु रामदेव ने ऐसी बात कही है. इससे पहले पिछले साल नवंबर में रामदेव ने कहा था कि उनके जैसे ऐसे व्‍यक्तियों को जिन्‍होंने शादी नहीं की है, उनको विशेष रूप से सम्‍मानित किया जाना चाहिए. उस वक्‍त उन्‍होंने कहा था, ''इस देश में मेरे जैसे लोग जिन्‍होंने शादी नहीं की है, उनको विशेष रूप से सम्‍मानित किया जाना चाहिए. ऐसे लोग जिन्‍होंने शादी की है और जिनके दो से अधिक बच्‍चे हों, ऐसे लोगों को वोटिंग के अधिकार से वंचित किया जाना चाहिए.''  

(इनपुट: एजेंसी ANI)

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