बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद? इस मुहावरे का सीधा मतलब है कि अज्ञानी व्यक्ति गुणकारी चीजों की कदर नहीं करते. वैज्ञानिक और व्यवहारिक रूप से देखा जाए तो बंदर अदरक के स्वाद और गुणों को नहीं पहचान पाते.
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सर्दियों के मौसम में अदरक को आयुर्वेद में ‘गुणों की खान’ कहा गया है. ठंड से राहत पाने के साथ-साथ यह शरीर को कई तरह के लाभ पहुंचाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह पोषक तत्वों से भरपूर अदरक बंदरों के लिए क्यों बेकार है? लोकप्रिय मुहावरा ‘बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद’ भी यही बात कहता है.
इस मुहावरे का सीधा मतलब है कि अज्ञानी व्यक्ति गुणकारी चीजों की कदर नहीं करते. वैज्ञानिक और व्यवहारिक रूप से देखा जाए तो बंदर अदरक के स्वाद और गुणों को नहीं पहचान पाते. वे अदरक को सूंघते ही फेंक देते हैं. इसकी वजह यह है कि अदरक का तीखा और अनोखा स्वाद केवल इंसान समझ पाते हैं. बंदर, जो आमतौर पर पौधों और फलों की पहचान में निपुण होते हैं, अदरक के पोषक तत्वों को समझने में सक्षम नहीं हैं.
अदरक: गुणों की खान
अदरक सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि शरीर के लिए कई प्रकार के लाभ देता है. इसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, और कई अन्य खनिज तत्व होते हैं. आयुर्वेद में इसे अमृत के समान माना गया है.
अदरक के फायदे
पाचन सुधार: अदरक का सेवन पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और अपच से राहत देता है.
खांसी और जुकाम: अदरक की चाय या नमक के साथ अदरक चाटने से गले में आराम मिलता है.
इम्यूनिटी मजबूत करना: सर्दी-जुकाम में रामबाण अदरक इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है.
थकान और दर्द में राहत: अदरक गठिया के दर्द और पीरियड्स के दर्द में राहत देता है.
वजन घटाना: अदरक मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर वजन कम करने में मदद करता है.
अदरक की चाय या काढ़ा ठंड के मौसम में सिर्फ गर्मी ही नहीं देता, बल्कि संक्रमण से भी बचाता है. विशेषज्ञों का मानना है कि अदरक दिल से जुड़ी समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी IANS)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.