प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से टिकट देकर भाजपा सांप्रदायिक विभाजन कर रही है : कमलनाथ
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प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से टिकट देकर भाजपा सांप्रदायिक विभाजन कर रही है : कमलनाथ

कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए चुनाव के मौसम में राष्ट्रवाद संबंधी मुद्दों को उठा रही है। 

.(फाइल फोटो)

छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश), मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा कि भाजपा की भोपाल से प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का कोई राजनीतिक या लोक सेवा का रिकॉर्ड नहीं रहा है और उनको टिकट सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने भर के लिए दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी के पास यही “एकमात्र कार्ड” बचा था.

कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए चुनाव के मौसम में राष्ट्रवाद संबंधी मुद्दों को उठा रही है. उन्होंने पीटीआई-भाषा से एक साक्षात्कार में कहा, “मूल रूप से भाजपा सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है क्योंकि उनके पास यही एकमात्र कार्ड बचा है. लेकिन भाजपा यह नहीं महसूस कर पा रही है कि देश के लोग इतने समझदार हैं कि वह यह जान रहे हैं कि यह सांप्रदायिक कार्ड राजनीतिक मकसद के लिए है.” 

भाजपा ने हाल ही में ठाकुर को कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है. ठाकुर 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में जमानत पर हैं. 

ठाकुर को अपने उस बयान के लिए तीखी आलोचना झेलनी पड़ी थी जिसमें उन्होंने कहा था कि मालेगांव विस्फोट की जांच करने वाले एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे उनके शाप की वजह से शहीद हुए. चौतरफा आलोचना होने के बाद उन्होंने अपना यह बयान वापस ले लिया था.

ठाकुर पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा, “उन्हें कोई और उम्मीदवार नहीं मिला.” उन्होंने कहा, “प्रज्ञा ठाकुर एक दिन पहले (भोपाल लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी के तौर पर उनका नामांकन) भाजपा में शामिल हुईं और उनका कोई राजनीतिक एवं लोक सेवा का रिकॉर्ड नहीं रहा है और भाजपा ने वहां से उन्हें खड़ा किया है. क्या यह समझ नहीं आता कि उन्होंने वहां से प्रज्ञा को क्यों टिकट दिया?” 

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र में सत्ता पर काबिज पार्टी के पास लोगों को अपने काम के बारे में बताने के लिए कुछ नहीं है इसलिए वह राष्ट्रवाद से जुड़े मुद्दों की मदद ले रही है. कमलनाथ ने कहा, “वे नौकरियों की बात नहीं कर सकते, वे किसानों, छोटे व्यापारियों की बात नहीं कर सकते इसलिए उन्हें लोगों का ध्यान कुछ अन्य मुद्दों की तरफ खींचना है.” अपने राज्य के मामलों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह नौकरशाही समेत अन्य चीजों को व्यवस्थित कर रहे हैं. 

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