महबूब मुफ्ती के सामने 2019 में 2014 की जीत को बरकरार रखने की है चुनौती
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महबूब मुफ्ती के सामने 2019 में 2014 की जीत को बरकरार रखने की है चुनौती

महबूबा मुफ्ती ने इस सीट से 2014 में जीत हासिल की थी. उस चुनाव में उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के मिर्जा महबूब बेग को 65,417 वोटों से हरा दिया था.

फाइल फोटो

नई दिल्ली : इन लोकसभा चुनावों में राजनेताओं की जुबान पर जम्मू कश्मीर की सुरक्षा का मुद्दा काफी चर्चाओं में रहा. सुरक्षा कारणों से ही अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र में एक या दो नहीं बल्कि तीन चरणों में मतदान कराए गए. अनंतनाग लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती मैदान में हैं. महबूबा के इस सीट से लड़ने के कारण सभी की निगाहें इन सीट पर टिकी हुई है. 

महबूबा मुफ्ती ने इस सीट से 2014 में जीत हासिल की थी. उस चुनाव में उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के मिर्जा महबूब बेग को 65,417 वोटों से हरा दिया था. महबूबा मुफ्ती को कुल 200,429 वोट मिले थे. इन चुनावों में राष्ट्रवाद का मुद्दा और घाटी की सुरक्षा का मुद्दा होने के कारण बीजेपी के खाते में सीट जाने के आसार हैं. इसलिए महबूबा मुफ्ती के सामने अपनी सीट बचाने और 2019 में जीत दोहराने की चुनौती है. 

क्या कहता है इस सीट का राजनीतिक इतिहास
1967 में अस्तित्व में आई इस लोकसभा सीट पर शुरुआत में कांग्रेस का दबदबा रहा है. कांग्रेस के बाद यह सीट नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस के बीच ही अदलती-बदलती रही. 

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