बिहार : जीतनराम मांझी की पार्टी के सिंबल पर संकट, दो-दो दावेदार आए सामने
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बिहार : जीतनराम मांझी की पार्टी के सिंबल पर संकट, दो-दो दावेदार आए सामने

जीतन राम मांझी की पार्टी हम सेक्यूलर का सिंबल टेलीफोन छाप है, लेकिन पार्टी को अभी तक मान्यता नहीं मिल सकी है.

चुनाव आयोग ने शिवहर में किसी और को आवंटित किया टेलीफोन छाप. (फाइल फोटो)

पटना : जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के सिंबल पर संकट आ गया है. बिहार में इस सिंबल के दो-दो दावेदार हो चुके हैं. मांझी के अलाव एक अन्य ने भी इस चुनाव चिन्ह 'टेलीफोन' पर दावा ठोक दिया है. इतना ही नहीं चुनाव आयोग ने दूसरे दावेदार को भी सिंबल सौंप दिया है. हलांकि मांझी का दावा है कि उनका सिंबल उनसे कोई छीन नहीं सकता. जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी.

जीतन राम मांझी की पार्टी हम सेक्यूलर का सिंबल टेलीफोन छाप है, लेकिन पार्टी को अभी तक मान्यता नहीं मिल सकी है. मान्यता के लिए जरूरी दो विधायक या छह फीसदी वोट की पात्रता को वह पूरा नहीं कर पा रहे हैं.

2015 के विधानसभा चुनाव में 21 सीटों पर चुनाव लड़े, लेकिन जीत सिर्फ एक ही सीट पर मिली थी. मांझी की पार्टी रजिस्टर्ड थी, इसलिए समय-समय पर रजिस्ट्रेशन रिन्यूवल अनिवार्य होता है. इस साल मांझी ने अपनी पार्टी का रजिस्ट्रेशन रिन्यू नहीं करवाया. इसी बीच टेलीफोन छाप सिंबल के लिए शिवहर जिले से किसी दूसरे ने चुनाव आयोग को आवेदन दे दिया. चुनाव आयोग की ओर से आवेदनकर्ता को सिंबल सौंप दिया गया है. 

वहीं, पूरे मामले जब जीतन राम मांझी से संपर्क किया तो उन्होंने ने इस बात को खुले तौर पर स्वीकार भी किया. हलांकि सिंबल को लेकर कोई परेशानी नहीं होने की बात भी कही. मांझी ने कहा कि जिन जिलों में टेलीफोन सिंबल को आवंटित नहीं किया गया है, वहां के लिए हमने चुनाव आयोग से सिंबल की मांग कर दी है. चुनाव आयोग के पास हमारा आवेदन विलंब से जरुर गया है, लेकिन हमें सिंबल मिल जाएगा.

जीतन राम मांझी ने कहा कि चुनाव के वक्त कुछ लोग गलत कामों के लिए पार्टी का रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं. जिन लोगों को हमारा सिंबल आवंटित किया गया है, वे हमारे पास आए थे. उन्होंने सिंबल के नाम पर मोलभाव भी किए थे. वे चाहते हैं कि सिंबल के बदले हम अगले विधानसभा चुनाव में उनकी मदद करें. साथ ही उन्होंने कहा कि हमने उनकी बातों को मानने से इनकार कर दिया है. हमें जिन जगहों के लिए सिंबल मिलेगा हम वहीं पर चुनाव लडेंगे.

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