EXCLUSIVE, युद्ध समस्या का समाधान नहीं, लेकिन शांति निर्बल लोगों को नहीं मिलती: PM मोदी
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EXCLUSIVE, युद्ध समस्या का समाधान नहीं, लेकिन शांति निर्बल लोगों को नहीं मिलती: PM मोदी

पीएम मोदी ने जी न्‍यूज (Zee News) को विशेष इंटरव्‍यू दिया. इस इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने चुनावी मुद्दे और 23 मई को आने वाले परिणाम से संबंधित सवालों पर अपनी बेबाक राय रखी.

EXCLUSIVE, युद्ध समस्या का समाधान नहीं, लेकिन शांति निर्बल लोगों को नहीं मिलती: PM मोदी

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम से ठीक 2 सप्ताह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी न्यूज को इंटरव्यू दिया. इसमें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जिक्र से लेकर विपक्ष द्वारा खुद को कहे जाने वाले अपशब्दों पर भी खुलकर अपनी राय रख रहे हैं.

जी न्‍यूज के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी के साथ इस शुद्ध राजनीतिक इंटरव्‍यू में पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि 23 मई को देश में फिर बीजेपी की सरकार बनेगी. उन्‍होंने कहा कि इस बार बीजेपी को 2014 से ज्‍यादा सीटें मिलेंगी.  PM मोदी ने कहा, मुझे खुशी होती अगर विपक्ष एक होता, लेकिन वह कन्फ्यूज हैं. वह एक दूसरे के विरोधी हैं, लेकिन मोदी वेव के लिए एक दूसरे का हाथ थामे हुए हैं. चुनाव के बाद वह बिखर जाएंगे.

2019 में क्या बीजेपी 2014 जैसा प्रदर्शन कर पाएगी, इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, सभी ने 2014 में कहा था कि कोई लहर नहीं है. लेकिन हुआ क्या. अब भी ठीक वैसा ही होगा. ईवीएम पर सवाल के जवाब पर पीएम मोदी ने कहा, विरोधी तो अभी से इसकी तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने तो ये शुरू भी कर दिया है. हमारे देश में चुनाव को आयोजित करना, बड़ी बात है.

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जब पीएम मोदी से पूछा गया कि आपके विरोधी कह रहे हैं कि आप 23 मई के बाद पैकिंग करने लगेंगे. इस पर पीएम मोदी ने कहा, विरोधी क्या सोच रहे हैं या क्या कह रहे हैं, इस पर मैं ध्यान नहीं देता. मैं पक्के विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 2019 के चुनाव में जनता ने बीजेपी और एनडीए को और ज्यादा सीटें देने  का मन बना लिया है. मैं उसी विश्वास के साथ आगे बढ़ रहा हूं. जहां तक बोरिया बिस्तर की बात है तो मैं हर काम के लिए तैयार रहता हूं. जहां तक सपने देखने की बात है तो विरोधियों को सपने देखने दीजिए. उनके ख्वाब आप मत तोड़िये.

पीएम मोदी से जब पूछा गया कि क्या आपकी लहर चल रही है. उन्होंने कहा, ये प्रो इन्कंबेंसी वेव है. 2014 का चुनाव सरकार के खिलाफ था. ये चुनाव मैं नहीं लड़ रहा. देश की जनता लड़ रही है. पिछले चुनाव में बहुत वोट मिलने पर पीएम मोदी ने कहा, ये बात हम 23 के बाद करेंगे. लेकिन हमारी टेली बढ़ेगी. एनडीए की टेली भी बढ़ेगी.

ममता बनर्जी के साथ आपको क्या समस्या है?
पीएम मोदी ने कहा, मेरी छोड़िये, आप उन लोगों के बारे में बताइए, जिन लोगों के साथ ममता बनर्जी ने काम किया है, उनका हिसाब लगा लीजिए. ममता बनर्जी को पाकिस्तान के पीएम तो लगते हैं लेकिन मैं नहीं लगता. वह मेरी रैली को इजाजत नहीं देती हैं. सवाल पीएम या ममता नहीं है. बंगाल की बर्बादी बड़ा खतरा है. उनकी सोच देश के लिए खतरा है.

कांग्रेस को राजीव गांधी के कामों पर जवाब देना होगा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, राहुल गांधी ने झूठ का सहारा लेकर मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश की है. राजीव गांधी की मिस्टर क्लीन की छवि उनके लोगों ने बनाई, मैं 45 साल तप करके निकला हूं. मेरे साथ ऐसा नहीं है. राजीव गांधी की मौत हुई. लेकिन क्या उनके कामों पर कोई बात नहीं की जाएगी.

हम तो अपमान सहकर ही आए हैं, नामदारों की सोच है ये लोग तुच्छ हैं
पीएम मोदी से जब पूछा गया कि आपको कैसा लगता है कि विपक्षी आपको गालियां देते हैं, तब उन्होंने कहा- मुझे भी दर्द होता है. लेकिन मैं अपने दर्द को पी जाता हूं. हम तो वैसे भी डगर डगर अपमान सहकर ही आए हैं. जब चाय बेचते थे, तो हमें लोग डांट देते थे. दरअसल ये सोच इन नामदारों की है. जो सोचते हैं कि ये लोग तो तुच्छ हैं. हम जिस गरीबी, पिछड़ेपन से निकले हैं वहां हमने जगह-जगह अपमान सहे है. बड़े लोग हमें डांटते रहे हैं, गाली देते रहे हैं. नामदारों के जहन में ही भरा है कि ये बाकी लोग तो तुच्छ हैं. मुझे जो गालियां पड़ती हैं उसके मूल में यही मानसिकता है.

युद्ध समाधान नहीं
युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. लेकिन शांति निर्बल लोगों को नहीं मिल पाती. समर्थ लोगों को ही शांति मिल पाती है. इसलिए शांति के लिए भारत का सामर्थ्यवान होना जरूरी है. ये देश गांधी का है. हमने गांधी के साथ अन्याय किया है. जिस तरह दुनिया में उन्हें ले जाना था अब तक नहीं ले जा पाए.

पीएम मोदी से जब उनके खिलाफ अपशब्दों पर पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैंने एक भी निर्णय सरप्राइज नहीं किया. मैं हर बार पहले ही बताता रहा. पहली सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त भी मैंने बताया था.  पार्लियामेंट में बताया था, लेकिन आपने हल्के में लिया. अब आप कह रहे हैं कि ये शख्स रिजल्ट ओरिएंटेड है.

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