लोकसभा चुनाव 2019: पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं सुप्रिया सूले
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लोकसभा चुनाव 2019: पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं सुप्रिया सूले

 2009 में उन्होंने पिता की पारंपरिक सीट बारामती से लोकसभा चुनाव लड़ा और भारी मतों के अंतर से जीत हासिल की

रामती से वर्तमान सांसद सुप्रिया सुले का जन्म 30 जून 1969 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ. (फाइल फोटो)

नई दिल्लीः एनसीपी चीफ शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले एक बार फिर बारामती लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में हैं. कभी इस सीट पर उनके पिता शरद पवार का कब्जा था, लेकिन आज उनकी (सुप्रिया सुले) उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं. सुप्रिया सुले ने बारामती से पहली बार 2009 में जीत दर्ज कराई थी, जिसके बाद एक 2014 में भी वह यहां से सांसद चुनी गईं और अब एक बार फिर जीतने को तैयार हैं.

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जीवन परिचय
बारामती से वर्तमान सांसद सुप्रिया सुले का जन्म 30 जून 1969 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ. वह एनसीपी चीफ शरद  पवार और प्रतिभा पवार की बेटी हैं. सुप्रिया सुले की प्रारंभिक पढ़ाई सेंट कोलंबिया स्कूल से हुई और मुंबई के जय हिंद कॉलेज से उन्होंने माइक्रोबायोलॉजी में स्नातक की डिग्री हासिल की. उनके पति का नाम सदानंद बालचंद सुले है. शादी के बाद कुछ समय के लिए सुप्रिया विदेश में रहीं, लेकिन कुछ समय बाद वह वापस भारत आ गईं. 

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राजनीतिक इतिहास
संसद में अपनी बातों को पूरी दृढ़ता और मजबूती के साथ  रखने वाली सुप्रिया सुले 2006 में पहली बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुईं. 2009 में उन्होंने पिता की पारंपरिक सीट बारामती से लोकसभा चुनाव लड़ा और भारी मतों के अंतर से जीत हासिल की. 2009 में ही उन्हें आचार समिति का सदस्य भी बनाया गया. सुले ने 2012 में 'राष्ट्रवादी युवती कांग्रेस' विंग भी बनाई जिसका उद्देश्य युवा लड़कियों को राजनीति के लिए तैयार करना था. इसके बाद उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी इसी सीट से चुनाव लड़ा और फिर जीत हासिल की. ऐसे में एक बार फिर सुप्रिया सुले बारामती लोकसभा सीट में जीत दर्ज कराने को तैयार हैं. यहां उनका मुकाबला भाजपा  की कंचन कुल से है. 

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