लोकसभा चुनाव 2019 महासमुंद: 2014 में एक ही नाम के 11 उम्मीदवारों के बीच था मुकाबला
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लोकसभा चुनाव 2019 महासमुंद: 2014 में एक ही नाम के 11 उम्मीदवारों के बीच था मुकाबला

अपनी प्राकृतिक सुन्दरता, रंगारंग उत्सवों और त्योहारों के लिए प्रसिद्ध महासमुन्द छत्तीसगढ़ में स्थित है. यहां पर पूरे वर्ष मेले आयोजित किए जाते हैं. स्थानीय लोगों में यह मेले बहुत लोकप्रिय है. स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटकों को भी इन मेलों में भाग लेना बड़ा अच्छा लगता है.

लोकसभा चुनाव 2019 महासमुंद: 2014 में एक ही नाम के 11 उम्मीदवारों के बीच था मुकाबला

नई दिल्ली: अपनी प्राकृतिक सुन्दरता, रंगारंग उत्सवों और त्योहारों के लिए प्रसिद्ध महासमुन्द छत्तीसगढ़ में स्थित है. यहां पर पूरे वर्ष मेले आयोजित किए जाते हैं. स्थानीय लोगों में यह मेले बहुत लोकप्रिय है. स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटकों को भी इन मेलों में भाग लेना बड़ा अच्छा लगता है. लेकिन अपने मेलों के साथ-साथ महासमुंद्र 2014 में हुए रोचक चुनाव के लिए भी मशहूर है. जब यहां से एक ही नाम के 11 प्रत्याशी मैदान में थे. इस साल इस सीट पर कड़ा मुकाबला है. 

इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने चुन्नी लाल साहू, कांग्रेस पार्टी ने धनेंद्र साहू, बहुजन समाज पार्टी ने धनसिंह कोशारिया, अंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया ने अशोक सोनी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट) रेड स्टार ने कॉमरेड भोजलाल नेतम, राष्ट्रीय जनसभा पार्टी ने रोहित कुमार कोसरे और भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने डॉ. विरेंद्र चौधरी चुनाव मैदान में हैं. इसके अलावा बतौर निर्दलीय खिलावन सिंह ध्रुव, चम्पालाल पटेट गुरुजी, जगमोहन भागवत कोसारिया, तरुण कुमार ददसेना, देवेंद्र सिंह ठाकुर और संतोष बंजारे चुनाव मैदान में हैं. 

पिछले चुनाव की बात करें तो 2014 के चुनाव में यहां से भारतीय जनता पार्टी के चंदू लाल साहू ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंदी कांग्रेस पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को कड़े मुकाबले में हराया था. इस चुनाव में चंदू लाल साहू को पांच  लाख तीन हजार 514 यानी 44.51 फीसदी वोट मिले थे, जबकि अजीत जोगी को 5 लाख दो हजार 297 यानी 44.4 फीसदी वोट मिले थे. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां पर 73.97 फीसदी और 2009 में 56.69 फीसदी वोटिंग हुई थी.

इस सीट पर साल 2014 के लोकसभा चुनाव में चंदू लाल साहू नाम के 11 निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया था. हालांकि इसके बाद काफी विवाद भी हुआ लोगों ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र का नाम दिया. वहीं साल 2009 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी के टिकट पर चंदू लाल साहू ने ही जीत दर्ज की थी. उस बार उन्होंने अपने करीबी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी मोतीलाल साहू को हराया था. 

हालांकि साल 2004 के लोकसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के टिकट पर अजीत जोगी ने जीत पाई थी. साल 2004 के लोकसभा चुनाव में उनको 4 लाख 14 हजार 647 यानी 53.75 फीसदी वोट मिले थे. अजीत जोगी ने अपने करीबी बीजेपी के उम्मीदवार विद्या चरण शुक्ल को हराया था.

महासमुंद लोकसभा सीट छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में आती है. इस जिले की पहचान उस निर्वाचन क्षेत्र के रूप में की जाती हैं, जहां से दिग्गज कांग्रेसी नेता विद्या चरण शुक्ला ने अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत की थी. वो इस सीट से 6 बार यहां से सांसद चुने गए थे. वो कुल 9 बार लोकसभा चुनाव जीते थे.

जब साल 2004 में उन्होंने बीजेपी में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ी थी, तो वो इसी निर्वाचन क्षेत्र में लौटकर वापस आए थे. हालांकि कांग्रेस के अजीत जोगी ने उनको यहां से हरा दिया था. इस सीट से वर्तमान सांसद चंदू लाल शर्मा का टिकट काटकर बीजेपी ने चुन्नी लाल साहू को चुनाव मैदान में उतारा है.

महासमंद छत्तीसगढ प्रान्त का एक शहर है. अपनी प्राकृतिक सुन्दरता, रंगारंग उत्सवों और त्योहारों के लिए प्रसिद्ध महासमुन्द छत्तीसगढ़ में स्थित है. यहां पर पूरे वर्ष मेले आयोजित किए जाते हैं. स्थानीय लोगों में यह मेले बहुत लोकप्रिय है. स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटकों को भी इन मेलों में भाग लेना बड़ा अच्छा लगता है. इन मेलों में चैत्र माह में मनाया जाने वाला राम नवमी का मेला, वैशाख में मनाया जाने वाला अक्थी मेला, अषाढ़ में मनाया जाने वाला माता पहुंचनी मेला आदि प्रमुख हैं.

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