एग्जिट पोल में एनडीए को बहुमत मिलने के आकलन ने इसके सही/गलत होने पर विवाद शुरू कर दिया है. 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में हुए लोकसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती 23 मई को होनी है.
Trending Photos
नई दिल्ली: विपक्षी दलों ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए आए सभी एग्जिट पोल में बीजेपी-नीत एनडीए को बहुमत मिलने की संभावनाओं को सिरे से खारिज करते हुए इसे ‘अटकल’, ‘फर्जीवाड़ा’ और जमीनी हकीकत से बहुत दूर बताया. लेकिन सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का कहना है कि अंतिम परिणाम एग्जिट पोल से भी बेहतर होंगे. सातवें और अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के बाद रविवार 19 मई को आए एग्जिट पोल में से ज्यादातर का आकलन है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिर से सत्ता में लौटेंगे. कुछ पोल के मुताबिक एनडीए को आसान बहुमत मिलेगा जबकि, कुछ अन्य बहुमत के आंकड़े 272 से बहुत अधिक 300 से ज्यादा सीटें मिलने की बात कर रहे हैं.
एग्जिट पोल में एनडीए को बहुमत मिलने के आकलन ने इसके सही/गलत होने पर विवाद शुरू कर दिया है. इस पर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि यह अंतिम परिणाम नहीं है, हालांकि बीजेपी पांच साल में एनडीए द्वारा किए गए विकास कार्यों के रथ पर सवार होकर फिर सत्ता में लौटेगी. नागपुर में संवाददाताओं से गडकरी ने कहा, ‘‘एग्जिट पोल अंतिम फैसला नहीं है, यह सिर्फ इशारा है. लेकिन ज्यादातर मामलों में एग्जिट पोल और परिणाम समान ही होता है.’’
11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में हुए लोकसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती 23 मई को होनी है. केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम तमाम एग्जिट पोल की तरह ही होगा. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने ‘द मैसेज ऑफ एग्जिट पोल्स’ शीर्षक वाले अपने ब्लॉग में लिखा है, ‘‘हममे से कई लोग एग्जिट पोल के सही और गलत होने को लेकर विवाद में फंसे हैं. वास्तविकता यह है कि जब ज्यादातर एग्जिट पोल का आकलन समान है तो अंतिम परिणाम भी इसके जैसा ही होगा.’’
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि ‘अटकलों पर आधारित अटकल पर भरोसा करने की जरूरत नहीं है.’ यूरोप की 13 दिवसीय यात्रा से लौटने के बाद तिरूवनंतपुरम में संवाददाताओं से बातचीत में माकपा के वरिष्ठ नेता ने विश्वास जताया कि माकपा नीत एलडीएफ केरल में अच्छी जीत दर्ज करेगा. एग्जिट पोल में केरल में एलडीएफ को बेहद कम सीटें दी गई हैं. उन्होंने कहा, ‘‘कई बार ऐसा हुआ है जब एग्जिट पोल चुनाव परिणाम का सही आकलन करने में असफल रहे हैं. 2004 में ज्यादातर एग्जिट पोल ने कहा था कि राजग सत्ता में वापसी कर रही है, लेकिन वह गलत साबित हुआ. इसलिए अटकलों पर आधारित अटकल पर भरोसा करने की जरूरत नहीं है.’’
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सिर्फ बाजार का दबाव है. समाजवादी नेता शरद यादव भी कुछ ऐसा ही सोचते हैं. एग्जिट पोल को ‘गॉसिप’ बताने वाली तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि उसके अपने आकलन के अनुसार पार्टी फिर से पश्चिम बंगाल में सभी सीटों पर जीत दर्ज कर रही है. एग्जिट पोल की आलोचना करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने दावा किया कि यह सभी फर्जी हैं और गलत तरीके से तैयार किए गए है.