बीजेपी प्रवक्ता पर जूता फेंकने के आरोपी से पूछताछ पूरी, जांच में कुछ नहीं सामने आया
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बीजेपी प्रवक्ता पर जूता फेंकने के आरोपी से पूछताछ पूरी, जांच में कुछ नहीं सामने आया

मिल रही खबर के अनुसार, दिल्ली पुलिस की जांच में कुछ नहीं सामने आया है. वहीं, जूता फेंकने के आरोपी भार्गव पर कोई भी शिकायत नहीं देने की बात कही जा रही है.

आरोपी शक्ति भार्गव उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले हैं. (फोटो साभार: IANS)

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा पर जूता फेंकने वाले डॉ. शक्ति भार्गव को पुलिस ने पूछताछ के बाद शाम को छोड़ दिया. बताया जा रहा है, दिल्ली पुलिस ने जॉइंट इंट्रोगेशन के बाद शक्ति भार्गव को छोड़ा है. 

मिल रही खबर के अनुसार, दिल्ली पुलिस की जांच में जांच में कुछ नहीं सामने आया है. वहीं, जूता फेंकने के आरोपी भार्गव पर कोई भी शिकायत नहीं देने की बात कही जा रही है. जिस समय इस शख्स ने बीजेपी प्रवक्ता पर जूता उछाला था, उस समय नरसिम्हा के साथ बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव भी मौजूद थे.

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प्रेस-कांफ्रेंस के दौरान राव कांग्रेस पर साध्वी प्रज्ञा सहित हिंदू कार्यकर्ताओं पर ‘झूठे मामले’ दर्ज करवा कर हिंदुओं को बदनाम करने का आरोप लगा रहे थे. घटना के सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस घटनाओं के क्रम का पता लगाने के लिये सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी देख रही थी. खुफिया ब्यूरो और दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ और सुरक्षा शाखा की एक संयुक्त टीम ने मामले की जांच की.

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कानपुर का रहने वाला है आरोपी
आपको बता दें कि, डॉ. शक्ति भार्गव उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले हैं. जानकारी के मुताबिक, भार्गव पर आयकर विभाग की जांच भी चल रही है. घटना सामने आने के बाद भार्गव की मां का बयान भी सामने आया था. उन्होंने कहा था कि वो अपने बेटे से दो साल पहले ही संबंध खत्म कर चुकी हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी भार्गव का कानपुर में प्रतिष्ठित भार्गव अस्पताल भी है. 

चल रही है आयकर विभाग की जांच
भार्गव पर आयकर विभाग की जांच चलने की बात कही जा रही है. आयकर विभाग उनपर अकूत संपत्ति खरीदने और आय का स्त्रोत संबंधित मामले में जांच कर रहा है. बताया जा रहा है, शक्ति भार्गव ने तीन बंगले खरीदे थे, जिसके लिए उन्होंने अपने खाते से 11.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. ये बंगले शक्ति भार्गव ने अपनी पत्नी, बच्चे और रिश्तेदार के नाम पर खरीदे थे. जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के खिलाफ एक याचिका दायर की थी. सुप्रीम कोर्ट ने उसे रद्द करते हुए सीबीआई को उनके खिलाफ केस दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया था.

खुद को हाईलाइट करने के लिए उछाला जूता 
बताया जा रहा है कि भार्गव को प्रॉपर्टी में घाटा हुआ था. जिस कारण वह काफी परेशान था. वह खुद को मीडिया में हाईलाइट करना चाहता था. जिस कारण  उसने ऐसा किया. घटना के बाद बताया गया कि आरोपी की बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा से कोई वयक्तिगत दुश्मनी नहीं थी. मीडिया में चर्चा में आने के लिए उसने ऐसा किया. 

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