मध्य प्रदेशः बचेगी या गिर जाएगी कमलनाथ सरकार, संशय बरकरार

सीएम कमलनाथ ने रविवार-सोमवार की रात को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की. राज्यपाल से मुलाकात के बाद कमलनाथ फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार दिखे, लेकिन उन्होंने पहले पार्टी विधायकों को छोड़े जाने की शर्त रखी. राजभवन से रात 12.ः20 मिनट पर बाहर निकलते हुए उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उन्हें राज्यपाल का फोन आया था, विधानसभा शांतिपूर्वक चले इसको लेकर हमारी चर्चा हुई है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 16, 2020, 09:45 AM IST
    • सीएम कमलनाथ ने रविवार-सोमवार की रात को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की.
    • राज्यपाल लालजी टंडन ने सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र में कमलनाथ सरकार को विश्वासमत हासिल करने को कहा है.
मध्य प्रदेशः बचेगी या गिर जाएगी कमलनाथ सरकार, संशय बरकरार

भोपालः मध्य प्रदेश में चल रही सियासी फिल्म क्या रुख लेकर खत्म होगी, इसका कोई अंदाजा नहीं लग रहा है. सीएम कमलनाथ भी यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि वह सीएम बने रहेंगे या नहीं. लिहाजा जब वह रविवार रात राज्यपाल लाल जी टंडन से मिलने पहुंचे तो वहां फ्लोर टेस्ट के लिए शर्त रख दी. शर्त रखी कि पहले उनकी पार्टी के बंधक विधायकों को छोड़ दिया जाए.

राज्यपाल लाल जी टंडन ने फ्लोर टेस्ट के लिए आदेश जारी कर दिया है, लेकिन स्पीकर एनपी प्रजापति की ओर से अभी स्पष्ट संकेत नहीं मिले हैं. कुल मिलाकर सब कुछ अभी इशारों-इशारों में चल रहा है. 

आधी रात को की मुलाकात 
सीएम कमलनाथ ने रविवार-सोमवार की रात को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की. राज्यपाल से मुलाकात के बाद कमलनाथ फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार दिखे, लेकिन उन्होंने पहले पार्टी विधायकों को छोड़े जाने की शर्त रखी. राजभवन से रात 12.ः20 मिनट पर बाहर निकलते हुए उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उन्हें राज्यपाल का फोन आया था, विधानसभा शांतिपूर्वक चले इसको लेकर हमारी चर्चा हुई है.

सीएम ने कहा, मैं भी यह चाहता हूं कि विधानसभा शांतिपूर्वक चले और इसके लिए स्पीकर से चर्चा करूंगा, जहां तक फ्लोर टेस्ट का सवाल है तो इस पर स्पीकर को निर्णय लेना है अब स्पीकर क्या निर्णय लेते हैं इसे लेकर मैं क्या कह सकता हूं."

सरकार को सुरक्षित बता रहे, लेकिन डरी आवाज में
यह तो साफ है कि कमलनाथ अपने 22 विधायकों की बगावत झेल रहे हैं. ज्योतिरादित्य तो भाजपा में जा ही चुके हैं. अब सीएम के सामने सरकार गिर जाने का संकट है, लेकिन जब उनसे सीएम कुर्सी के बाबत बात होती है तो वह खुद को सुरक्षित बताते हैं, बल्कि कोशिश करते हैं कि लहजे से भी यह सुरक्षा झलके, लेकिन तुरंत बाद ही फ्लोर टेस्ट की बात पर वह विधायकों के पहले छोड़े जाने की शर्त रखते हैं.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी सरकार को पूरी तरह से सुरक्षित बताया. उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को बताया है कि विधायक स्वतंत्र होकर आएं तो फ्लोर टेस्ट में कोई आपत्ति नहीं है.

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फ्लोर टेस्ट को लेकर इसलिए भी है संशय
मध्य प्रदेश में आज फ्लोर टेस्ट होगा कि नहीं, इसे लेकर अभी तक संशय है. यह संशय इसलिए भी बरकरार है क्योंकि स्पीकर की ओर से विधानसभा के कार्यक्रम की जो लिस्ट जारी की गई है उसमें राज्यपाल के अभिभाषण के बाद फ्लोर टेस्ट का जिक्र नहीं किया गया है. जबकि राज्यपाल के आदेश के मुताबिक अभिभाषण के बाद विश्वासमत पर वोटिंग होनी थी.

ऐसे में यह तय नहीं हो पा रहा है कि आज (सोमवार) को फ्लोर टेस्ट होगा या नहीं. राज्यपाल लालजी टंडन ने सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र में कमलनाथ सरकार को विश्वासमत हासिल करने को कहा है. राज्यपाल ने कहा है कि स्पीकर सदन में उनके अभिभाषण के तुरंत बाद विश्वास मत की प्रक्रिया पूरी कराएं.

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शिवराज बोले, बहुमत खो चुकी है सरकार
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के इस सियासी हलचल पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार बहुमत खो चुकी है. उनका कहना है कि इसीलिए वे (कांग्रेसी) इतनी भागदौड़ कर रहे हैं. उनकी भागदौड़ से यह जाहिर होता है. उन्होंने कहा कि हम सरकार से विश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर बात करेंगे.

मुख्यमंत्री से कहा जा चुका है कि वह फ्लोर टेस्ट कराएं. तो वह इसे क्यों नहीं कर रहे हैं. हमारी बस एक मांग है कि वह फ्लोर टेस्ट दें. 

 

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