Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान ने इस कदम से IMF को कर दिया नाराज, अपने ही पैर पर मार ली कुल्हाड़ी!
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Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान ने इस कदम से IMF को कर दिया नाराज, अपने ही पैर पर मार ली कुल्हाड़ी!

Pakistan Economy News: पाकिस्तान (Pakistan) को आईएमएफ (IMF) के 1.1 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज (Bailout Package) की सख्त जरूरत है. लेकिन, इस बीच पाकिस्तान सरकार के एक कदम से आईएमएफ नाराज हो गया है.

Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान ने इस कदम से IMF को कर दिया नाराज, अपने ही पैर पर मार ली कुल्हाड़ी!

IMF Bailout Package: गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इस बीच, पाकिस्तान की शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) सरकार के एक कदम से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) नाराज हो गया है. 1.1 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज के लिए पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच लगातार बातचीत हो रही है, लेकिन आईएमएफ का कहना है कि कुछ शर्तों पर बात बननी बाकी है उसके बाद ही फंड रिलीज किया जाएगा. जान लें कि ऐसी कई शर्तें हैं जिन्हें पूरी करना पाकिस्तान के लिए बहुत मुश्किल है. इसी में से एक है पाकिस्तान में दी जाने वाली पेट्रोलियम सब्सिडी. इसी से जुड़ा पाकिस्तानी सरकार ने जो कदम उठाया है उससे आईएमएफ नाराज हो गया है.

तंगी में पाकिस्तान का आटा गीला!

तंगी में पाकिस्तान का आटा और गीला हो सकता है क्योंकि नाराज होने के बाद अगर आईएमएफ ने 1.1 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज देने से इनकार कर दिया तो पाकिस्तान के पास बहुत कम विकल्प ही बचेंगे. उसके दोस्त माने जाने वाले देश सऊदी अरब, कतर और यूएई पहले ही उससे दूरी बनाए हुए हैं. हालांकि, पाकिस्तान ने आईएमएफ को विश्वास दिलाया था कि इन देशों ने वित्तीय मदद देने की बात कही थी.

IMF क्यों हो गया नाराज?

बता दें कि हाल ही में शहबाज शरीफ सरकार ने दोपहिया और तिपहिया गाड़ियों को पेट्रोलियम सब्सिडी देने का ऐलान कर दिया. इससे आईएमएफ नाराज हो गया है. आईएमएफ ने कहा कि उसे पेट्रोलियम सब्सिडी दिए जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई. इस पर आईएमएफ ने नाराजगी व्यक्त की है.

IMF की प्रतिनिधि ने क्या कहा?

पाकिस्तानी न्यूज़पेपर डॉन के मुताबिक, आईएमएफ की प्रतिनिधि Esther Perez Ruiz ने पाकिस्तानी सरकार के इस कदम पर कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई सूचना नहीं दी गई. कुछ बिंदुओं को सुलझाने के बाद ही स्टाफ स्तर पर डील हो सकती है.

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